HomeFaridabadजानिए क्यों रखा है 311 एमसीएफ के एप का नाम ?

जानिए क्यों रखा है 311 एमसीएफ के एप का नाम ?

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अगर किसी भी देश में आम जनता को कोई समस्या होती है तो उसके लिए प्रशासन के द्वारा एक एप या फिर यू कहें कि शिकायत करने के लिए नंबर को लांच किया जाता है। लेकिन हर देश का नंबर व एप का नाम अलग अलग होता है।

लेकिन फरीदाबाद नगर निगम के द्वारा जा एप लांच किया गया है उसका नाम अमेरिका के तर्ज पर रखा गया है।


25 फरवरी को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति जस्टिस प्रीतम पाल के द्वारा फरीदाबाद 311 एप का शुभारंभ किया गया। अगर हम एप के नाम की बात करें तो फरीदाबाद तो समझ आता है। लेकिन 311 का क्या मतलब है इसके बारे में कोई भी व्यक्ति नहीं जानता है।

जानिए क्यों रखा है 311 एमसीएफ के एप का नाम ?

क्या अर्थ है 311 का

अमेरिका में अगर किसी व्यक्ति को किसी प्रकार की कोई एमरजेंसी सर्विस लेनी होती है तो वह 911 नंबर पर डायल करके हेल्प ले सकता हैं। वहीं अगर किसी को फरीदाबाद में एमरजेंसी सर्विस लेनी है तो वह 100 नंबर पर डायल करके हेल्प ले सकता है।

लेकिन अमेरिका में अगर किसी व्यक्ति को नॉन एमरजेंसी सर्विस लेनी है जैसे कि कूड़ें, टूटी सड़कें, सीवर की समस्या आदि जैसी समस्याओं को लेकर अगर किसी व्यक्ति को हेल्प लेनी है या अवगत कराना है तो वह 311 नंबर पर कॉल करेगा।

वहां पर 311 नंबर का मतलब है नॉन एमरजैंसी सर्विस। जिसमें शहर में जगह-जगह पड़े कूड़ें, टूटी सड़कें, सीवर की समस्या आदि के बारे में प्रशासन को अवगत कराना हैं। तो वह 311 नंबर पर कॉल करके अवगत कराते हैं।

जानिए क्यों रखा है 311 एमसीएफ के एप का नाम ?

अमेरिका के तर्ज पर ही फरीदाबाद 311 नाम रखा गया है क्योंकि 311 का अर्थ है नॉन एमरजेंसी सर्विस यानि निगम के अंदर जिस भी प्रकार की जो भी सुविधाएं आती है या जो भी सुविधा वह लोगों को देते हैं।

वह सुविधाएं इस सर्विस के अंदर आती है। इसीलिए इसका नाम फरीदाबाद 311 रखा गया है। एमरजेंसी सर्विस 24 घंटे सातों दिन सर्विस देती हैं, लेकिन नॉन एमरजेंसी सर्विस राउंड द क्लाॅक सर्विस नहीं दे पाती है। इसीलिए इसको नॉन एमरजेंसी सर्विस कहा जाता है।

जानिए क्यों रखा है 311 एमसीएफ के एप का नाम ?

अन्य राज्यों में भी है 311 एप

एप का मेन मकसद यह हैं, कि जो भी समस्या या जो भी सुझाव इस ऐप के जरिए अधिकारियों तक पहुंचे उस समस्या या उस सुझाव पर जल्द से जल्द कार्य किया जा सके। देश के अन्य राज्यों में भी इस एप को शुरू किया जा चुका है जिसका नाम राज्य के नाम के साथ 311 रखा गया है। चाहे वह एसडीएमसी 311, अजमेर 311,एनडीएमसी 311 और डीडीए 311 है। सभी सिटी का नाम तो रखा गया है, लेकिन उसके साथ 311 नंबर भी लगाया गया है।

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