बस कुछ दूरी पर ही गर्मियां खड़ी हैं। गर्मियों में से लोगों की हालत बेहाल हो जाती है। बिजली कटौती की समयसा से भी प्रदेश और जिले में राहत नहीं मिलती है। लेकिन हरियाणा में इस बार गर्मियों में लोगों को बिजली कटों का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रदेश में वर्तमान में 12 हजार 187 मेगावाट बिजली उपलब्ध है। पिछले वर्ष इससे कम बिजली का उपयोग हुआ था।
जैसे – जैसे ये मीठा मौसम जाने को वैसे – वैसे ही गर्मियों के दिन आने को हैं। अभी से लोगों में गर्मियों का भय देखने को मिल रहा है। पिछले साल 10 हजार 894 मेगावाट तक बिजली का उपयोग हुआ था।
हर गर्मी में जिले में बिजली कटौती बहुत होती है। बेहद गर्माहट वाले दिन तो लोगों में बस पसीना ही दिखाई देता है। सूबे में मांग बढ़नेे के बावजूद बिजली की उपलब्ध्ता संतोषजनक है। जहां भी ट्रांसफार्मर ओवरलोड हैं, वहां भार कम करने के लिए नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि बदलते मौसम में उपभोक्ताओं को बिजली सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इस बार लंबे कटों से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। इस राहत से आम जनता थोड़ी खुश नज़र आ रही है। गर्मी में बिजली आपूर्ति में आने वाली बाधाओं को दुरुस्त करने के लिए अभी से बिजली विभाग के कर्मचारियों को जुट जाना चाहिए। बिजली कटौती 1 या 2 घंटे की नहीं 5 से 6 घंटों तक गर्मियों में रहती है। लोग बेहाल हो जाते हैं।
भीषण गर्मी के मौसम में शहर में लोग बिजली कटौती के कारण पसीने में नहाते हैं। इस साल पसीने से शायद हो सकता है थोड़ी राहत मिले। इस राहत की उम्मीद गरीब तबके के लोग काफी समय से कर रहे हैं।