एक और जहां नगर निगम कमिश्नर शहर को स्वच्छ बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। वहीं उसी कचरे में मिलने वाली प्लास्टिक से कुछ ऐसा कार्य करने के बारे में सोचा जा रहा है। जो कि रिव्यूस होकर एक बेहतरीन रूप लेकर सामने आएगी।
नगर निगम कमिश्नर यशपाल यादव ने बताया कि उनके द्वारा सरूरपुर में एक प्लांट लगाया जा रहा है। जिसमें कचरे में निकलने वाली प्लास्टिक को रिसाइकल करके टाइल्स बनाई जाएंगी।
उन टाइप का रंग व रूप बहुत ही बेहतर होगा। जिसे देख कर कोई यह नहीं कह सकेगा कि यह प्लास्टिक वेस्ट से टाइल्स को बनाया गया है।
सोमवार को सेक्टर 12 स्थित कन्वेंशन हॉल में नगर निगम के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग का आयोजन किया गया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि शहर को 30 जून तक कचरा मुक्त बनाना है और उस कचरे में से निकलने वाली प्लास्टिक रिसाइकिल करके टाइल्स के रूप में बदला जाएगा।
उन्होंने बताया इस को लेकर सरूरपुर में एक फैक्ट्री लगाई जा रही है। जहां पर एक्सपेरिमेंट किया जा रहा है अगर वह सफल हो जाता है। तो शहर से जितने भी प्लास्टिक है।
उसको इकट्ठा कर कर उस फैक्ट्री में ले जाया जाएगा और उस फैक्ट्री में उन प्लास्टिक से टाइल्स को बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि टाइल्स बनने के बाद कोई भी व्यक्ति यह नहीं बता सकता है कि यह टाइल्स प्लास्टिक के वेस्ट से बनाई गई है।
इस तरह का कार्य गुरुग्राम में चल रहा है। वहां पर भी एक कंपनी के द्वारा प्लास्टिक वेस्ट से टाइल्स को बनाया गया है और उस टाइल्स को एक झोड़ के ऊपर बिछाकर वॉक थ्रू बनाया गया है।
20 झोड़ का किया है चयन
नगर निगम कमिश्नर यादव ने बताया कि फरीदाबाद जिले में भी उनके द्वारा करीब 20 झोड़ का चयन किया गया है। जिसमें प्लास्टिक को रिसाइकल करके जो टाइल्स बनाए जाएंगे। उस टाइल्स का प्रयोग उन झोड़ के ऊपर लगाकर वॉक थ्रू बनाया जाएगा।
जिससे लोगों को वापस आने जाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा लोग सुबह व शाम के समय आसानी से सैर कर सकेंगे। कचरे के अलावा उनके द्वारा जिले में जितने भी प्लास्टिक बिक रही है। उसको खरीदा जाएगा और उसके बाद उनको टाई बनाने में इस्तेमाल किया जाएगा।