प्रदेश के जिस भी जिले की बात करें, किसी भी जगह लोग मास्क के प्रति गंभीर नहीं हैं। हर मार्किट में हज़ारों लोग बिना मास्क के घूमते हुए नज़र आ जाएंगे। यह सभी शायद महामारी को भूल गए हैं। प्रदेश में लगातार बढ़ते मामलों के साथ-साथ गंभीर मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है साथ ही रिकवरी दर लगातार घट रही है।
प्रदेश में एक बार फिरसे लगातार महामारी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ने लगी है। मात्र दस दिनों में गंभीर मरीजों की संख्या प्रतिदिन दो के हिसाब से 20 तक बढ़ी है।
लगातार बढ़ते संक्रमण को दूसरी लहर कहा जा रहा है। कुछ दिनों तक मामले कम थे लेकिन अब मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। एक मार्च को रिकवरी दर 98.40 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 98.05 पर पहुंच गई है। इसी प्रकार, दस दिन पहले पूरे प्रदेश में गंभीर मरीजों की संख्या 27 थी जो अब बढ़कर लगभग 47 तक पहुंच गई है।
केंद्र सरकार ने तत्परता दिखाते हुए, देश के कई राज्यों में नए मरीजों की संख्या में इजाफा होने पर अलर्ट जारी कर दिया है। प्रदेश समेत देश में भी महामारी का संकट फिर से गहराता जा रहा है। हरियाणाए में पहले आक्सीजन सपोर्ट पर 24 और 3 वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे, जबकि इस समय 42 मरीजों को आक्सीजन सपोर्ट दी जा रही है और 5 वेंटिलेटर पर हैं।
जिस प्रकार हमारी लापरवाही के कारण केसेस बढ़ रहे हैं, इस से एक बात समझ में आती है कि या तो हम जागरूक हो जाएं या फिर घरों में कैद होने के लिए तैयार। मास्क ज़रूर लगाएं, नियमों का पालन करें, लापरवाही नहीं।