फरीदाबाद : शहर की व्यवस्था को दुरुस्त रखने का काम प्रशानिक अधिकारीयो की।जिम्मेदारी होती है इसी कड़ी में सेक्टर 12 हुड्डा कन्वेंशन सेंटर में सोमवार को एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमें मुख्यत नगर निगम उपायुक्त यशपाल यादव द्वारा 30 जून तक पूरे जिले को कूड़ा करकट मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
दरअसल, बैठक की समीक्षा कर रहे उपायुक्त यशपाल यादव ने साफ-साफ और सरल शब्दों में पूरे जिले को साफ रखने के लिए मौजूदा गणों को चेताया है। इतना ही नहीं पूरे 40 वार्डो को साफ करने हेतु जहां एक ओर कर्मचारियों पर सख्ती बरती जाएगी,
वहीं इन पर मॉनिटरिंग करने हेतु नगर निगम और जिला प्रशासन के 40 अधिकारियों को नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया है जो अपने अपने वार्ड में साफ-सफाई को लेकर शत पतिशत रिपोर्ट कमिश्नर के हाथों में सौंपेंगे।
जिसके लिए 7 दिनों की समय सीमा भी तय कर दी गई है। कहीं ना कहीं उपायुक्त का इस तरह जिले में साफ सफाई की ओर ध्यान देना काफी प्रशंसनीय लगता है। आपको बताते चलें कि पिछले 3 साल पहले फरीदाबाद और गुड़गांव में साफ सफाई के लिए चीनी कंपनी को हायर किया गया था, जिसके अंतर्गत इकोग्रीन गाड़ी के तहत कूड़ा उठाने का कार्य सौंपा गया था।
मगर 3 साल बीतने के बावजूद भी जिले में साफ सफई की हालत बद से बदतर प्रतीत होती है। मगर अब उपायुक्त के सख्त रवैया के चलते लगता है कि वह दिन दूर नहीं जब फरीदाबाद जिला ना सिर्फ मंत्रियों के आगमन पर चमकेगा बल्कि हर दिन जगमगाता हुआ दिखाई देगा।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि उपायुक्त अपना कार्य करने में किसी प्रकार की ढील छोड़ने वाले हैं। जहां अभी तक यशपाल यादव पुलिस कमिश्नर की ड्यूटी बखूबी निभा रहे थे वहीं अब ना सिर्फ जिले में अपराधों और अपराधियों का सफाया हो रहा है,
बल्कि जिला भी सफाई और स्वस्थ स्वास्थ्य की ओर अग्रसर कर रहा है। कमिश्नर यशपाल यादव को नगर निगम का उपायुक्त बनाना किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा है। जहां 3 सालों में भी फरीदाबाद जिला कूड़े करकट सटा हुआ दिखाई देता था।
वहीं अब हालात में काफी सुधार देखने को मिल रहे हैं, और आशा की जा रही है कि आने वाले समय में यह वातावरण को स्वच्छ और मनुष्य को स्वस्थ बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा करेंगे