फरीदाबाद में कोरोना के मरीजों का तेजी से बढ़ रहा आंकड़ा अब रफ्तार पकड़ चुका है और जिले में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 235 के करीब पहुंच चुकी है। राहत की बात ये है जितनी तेजी से जिले में कोरोना के मरीज बढ़ रहे उतनी ही तेजी से जिले में उपचाराधीन मरीज ठीक भी हो रहे है।
लेकिन जिले में कोरोना के मरीजों की तेजी से बड़ रही संख्या के कारण जिला प्रशासन की मुश्किल बढ़ती हुई नजर आ रही है। क्यूंकि फरीदाबाद जिले में अभी तक 7 मौतें इस वायरस के कारण हो चुकी है और ये आंकड़ा हरियाणा प्रदेश में किसी भी जिले में सबसे अधिक है।
फिलहाल कोरोना की कोई वैक्सीन या विशिष्ट दवाई अभी तक नहीं बनाई गई है इसलिए तेजी से सैंपल की जांच कर बिना लक्षण वाले मरीजों का पता लगाना और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए सभी आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन करना ही इस माहामरी से लड़ने के कारगर उपाय बताए जा रहे है।
बता दे की फरीदाबाद जिला प्रशासन द्वारा 27 मई की सुबह जारी किए गए जिले के कोरोना आंकड़ों के मुताबिक फरीदाबाद में अभी तक 10066 कोरोना सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके है। जिनमे से 9287 लोगो की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई तथा 544 लोगो की रिपोर्ट आनी अभी शेष है।
जांच के लिए भेजे गए कुल सैंपल में से 235 लोग पॉजिटिव पाए गए है जिनमें से 95 मरीज फिलहाल अस्पताल में भर्ती है एवं 11 बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा हुआ है। कुल संक्रमित मरीजों में से 123 मरीज पूरी तरीके से ठीक हो चुके है और 7 मरीजों की जान इस वायरस के चलते फरीदाबाद जिले में जा चुकी है।
जिस प्रकार फरीदाबाद में तेजी से कोरोना का आंकड़ा बढ़ रहा है उसे देखते हुए फरीदाबाद जिला प्रशासन द्वारा तेजी से रैंडम सैंपल कलेक्ट कर बड़ी संख्या में रैपिड टेस्टिंग की जरूरत है। क्यूंकि फरीदाबाद में केवल 10066 सैंपल जांच करने पर 235 के करीब पॉजिटिव मामले सामने आ चुके है।
दूसरा सबसे बड़ा खतरा ये है कि फरीदाबाद जिले में अधिकतर मरीज बिना लक्षण वाले पाए जा रहे है जिनके संक्रमित होने की पुष्टि केवल जांच के दौरान हुई यदि इन मरीजों की जांच नहीं की जाती तो ये मरीज कभी सामने नहीं आ पाते। इसलिए फरीदाबाद जिले में बड़े पैमाने पर सैंपल कलेक्ट किए जाने अति आवश्यक है।
जिला प्रशासन द्वारा सभी सुरक्षा नियमो को अपनाने के बाद इतनी अधिक मात्रा में फरीदाबाद में कोरोना संक्रमितों का पाया जाना एक बड़े खतरे कि और इशारा का रहा है। जरूरत है कि फरीदाबाद में जल्द से जल्द बड़े पैमाने पर रैपिड टेस्टिंग शुरू की जाए अन्यथा फरीदाबाद की स्थिति गंभीर हो सकती है जिसे शायद नियंत्रण कर पाना बाद में मुश्किल हो।