भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है। गत कुछ वर्षों में काफी बदलाव कृषि क्षेत्र में देखने को मिले है। यह सभी बदलाव देश में खेती को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं। किसान नए – नए पदार्थो की भी खेती कर रहा है। यूपी के मिर्जापुर में होने वाली ड्रेगन फ्रूट की खेती अब पूरे प्रदेश में की जाएगी। किसानों द्वारा इसमें एक बार लागत लगा कर तीस साल तक फसल से पैसा कमाया जा सकता है।
भारत अब तो भारत नहीं रहा है, जब यहां के किसान मुनाफा कमाने के चक्कर में लगे रहते थे। अब खेती का मतलब ही मुनाफा हो गया है। इसलिए आम लोग भी खेती की तरफ अपना रुख कर रहे हैं।
पिछले कुछ समय में ऐसे बहुत से पदार्थ देखने को मिले हैं, जिनसे किसानों की मोटी आमदनी हो रही है। उन्हीं में एक है ड्रेगन की खेती। यह किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है। एक एकड़ में ड्रेगन की खेती करने में करीब पांच लाख रुपये खर्च आता है। पांच लाख लागत लगने और थोड़ी ही मेहनत में 15 महीनों बाद फसल तैयार हो जीती है।
आम जनता का रुख लगातार खेती की तरफ बढ़ता जा रहा है। हालांकि, ड्रेगन फ्रूट थाइलैंड, वियतनाम, इज़रायल और श्रीलंका में लोकप्रिय है। भारत में भी इसकी डिमांड बढ़ गई है। ड्रैगन फ्रूट एक प्रकार की कैक्टस बेल है। एक पौधे से 8 से 10 फल प्राप्त होते हैं। तीन सौ से पांच सौ ग्राम वजनी इन फलों की सीजन में दो सौ से चार सौ रूपये प्रति किलो की कीमत मिल जाती है।
किसानी को जो लोग पहले छोड़ रहे थे अब वो और भी एकाग्र होकर इसमें लग गए हैं। यह बदलाव देश के लिए काफी सकारत्मक है। इस बदलाव से काफी लोग किसानी की तरफ बढ़ेंगे।