किसी भी जगह को अपराध मुक्त बनाने के लिए पुलिस कर्मियों की अहम भूमिका होती है। महिला पुलिसकर्मी हो या पुरुष सभी के लिए सरकार भी अनेको काम कर रही है। लेकिन हरियाणा पुलिस बल में तैनात महिला कर्मियों के लिए थानों व चौकियों में जरूरी सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। इन थाने और चौकियों में न तो शौचालय हैं और न ही महिला पुलिस कर्मियों के बैठने के लिए अलग से कमरे।
जिस देश में महिलाओं के लिए इतने काम हो रहे हैं, उसी देश के एक प्रदेश में इन सुविधाओं का आभाव बना हुआ है। अब पुलिस कल्याण बोर्ड की बैठक में महिला पुलिस कर्मियों को आने वाली इन परेशानियों पर गंभीरता से मंथन किया गया।
महिलाओं के शौचालय बहुत अहम चीज़ है। सरकार का निरंतर प्रयास भी है कि देश में महिलाओं के लिए अलग से शैचालय बनाये जाएं। हरियाणा सरकार देर से जगी लेकिन उठी तो सही। पुलिस महानिदेशक ने सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने जिले में सभी थानों और चौकियों में महिला पुलिस कर्मियों के लिए अलग से कमरे तथा शौचालयों की सुविधा सुनिश्चित की जाए।
महिलाएं हर क्षेत्र में प्रदेश का रोशन कर रही हैं। सभी क्षेत्रो में महिलाओं का बोल-बाला है। लेकिन हरियाणा पुलिस में करीब 65 हजार कर्मचारियों की नफरी है। इसमें आठ से नौ प्रतिशत तक महिला पुलिसकर्मी हैं। ज्यादातर महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी फील्ड में रहती है। ड्यूटी के दौरान भी इन महिला पुलिस कर्मियों को जनसुविधाओं की जरूरत रहती है।
प्रदेश सरकार का यह तोहफा काफी सकारात्मक है। महिला पुलिसकर्मियों के लिए यह काम हालांकि बहुत पहले हो जाने चाहिए थे लेकिन फिर भी अब इस फैसले की तारीफ होनी चाहिए।