निकिता हत्याकांड: आरोपी तौसीफ और रेहान की किस्मत का हो गया फैसला, पूरी जिंदगी कटेगी अब जेल में

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बहुचर्चित निकिता तोमर हत्याकांड में आज सरताज बसवाना की कोर्ट ने दोनों आरोपियों तौसीफ और रेहान को उम्र कैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। बुधवार को कोर्ट ने तौशीफ़ और रेहान को दोषी क़रार दिया था। वहीं इस मामले में अजरू को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया था। यह मामला अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सरताज बासवाना की फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा है।

दरअसल, बीते 26 अक्टूबर को अग्रवाल कॉलेज की बीकॉम ऑनर्स की छात्रा निकिता तोमर को दो युवक तौसीफ और रेहान के द्वारा गोली मार दी गई थी जिसको लेकर देशभर में रोष देखने को मिला। निकिता की हत्या के बाद तेरहवीं तक उनके घर पर बड़े-बड़े राजनीतिज्ञ व प्रतिष्ठित लोगों का जमावड़ा लगा रहा। निकिता पक्ष की तरफ से फास्ट्रेक कोर्ट में सुनवाई की मांग की गई थी जिसको मान लिया गया। फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले इस मामले के बाद आज दोनों आरोपियों को उम्र कैद की सजा दी गई है।

निकिता हत्याकांड: आरोपी तौसीफ और रेहान की किस्मत का हो गया फैसला, पूरी जिंदगी कटेगी अब जेल में

निकिता के भाई नवीन तोमर ने बताया कि कोर्ट के इस फैसले से वह असंतुष्ट है। इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने बताया कि निकिता के हत्यारों को फांसी होनी चाहिए।

निकिता पक्ष के वकील एदल सिंह रावत ने भी हाई कोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही है वही कोर्ट के इस फैसले पर अपनी संतुष्टि जाहिर की है।

आरोपी पक्ष के वकील पीएल गोयल ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के साथ छेड़छाड़ की गई है। इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका डाली जाएगी।

निकिता हत्याकांड: आरोपी तौसीफ और रेहान की किस्मत का हो गया फैसला, पूरी जिंदगी कटेगी अब जेल में

ऐतिहासिक है फैसला
निकिता तोमर को इंसाफ दिलाने के लिए देशभर में प्रदर्शन किया गया वहीं ट्विटर से लेकर जमीनी स्तर तक इस मामले को लेकर लोगों के अंदर रोष देखने को मिला। लोग सोशल मीडिया के माध्यम से हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे थे। कोर्ट के इस फैसले से लोगों के अंदर असंतुष्टि देखने को मिली।


पुलिस पक्ष की रही अहम भूमिका
निकिता तोमर हत्याकांड में पुलिस पक्ष की अहम भूमिका रही थी। एसआईटी द्वारा मात्र 11 दिन के अंदर 700 पन्नों की चार्जशीट दायर की गई। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने बताया कि एसआईटी की टीम दिन में लोगों के बयान दर्ज करती थी और रात को बैठकर चार्टशीट तैयार करती थी।

Written By Rozi Sinha