अपने बच्चों को कामयाब और सफलता की मंजिल तक पहुंचाने में माता पिता पूरा जीवन संघर्षों से गुजार देते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि हर मां-बाप यही सोचते हैं कि किसी भी पर हैं उनका बेटा हो या बेटी या फिर उनकी कोई भी संतान उसका भविष्य संवारा जा सके।
मगर कई बार अपने ही बच्चों के सपने पूरे करने के चक्कर में माता पिता को धोखाधड़ी व यातनाओं से भी गुजरना पड़ता है। ऐसा ही कुछ एक नजारा पिहोवा निवासी पिता पुत्र के साथ देखने को मिला।
जहां गांव अरुणाये निवासी रेशम सिंह ने पिहोवा सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि पिहोवा निवासी मलकीत सिंह व सुरजीत कुमार मई 2019 में उनके घर आए और उन्हें बताया कि वे लोगों को विदेश भेज कर अच्छे पैसों में नौकरी लगवाते हैं। वे सरकार मंजूदशुदा एजेंट हैं।
वे उसे अमेरिका भेज कर अच्छी नौकरी लगवा देंगे। तीन-चार दिन बाद फिर आरोपित उनके घर आए और कहा कि उनके पास एक कंपनी का ऑफर आया है, जिसके तहत वह उनका पासपोर्ट लेने पहुंचे।
आरोपितों ने 10 लाख रुपये की मांग की। आरोपितों को चार लाख रुपये दिए। उसके बाद छह लाख रुपये और लिए। कवीटो शहर में उसका पासपोर्ट ले लिया और मैक्सिको शहर तक बिना फ्लाइट के साथ ही जाना पड़ा। उसे काफी यातनाएं देते हुए जंगलों के रास्ते व समुंद्र के रास्ते मैक्सिको शहर तक ले गए। वहां उन्हें जेल में डाल दिया।
24 दिसंबर 2019 को वह भारत वापिस आ गया। वापस आने पर पैसे वापस मांगे तो आरोपितों ने पैसे देने से इंकार कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एसआइ हंसराज को सौंपी है। जांच अधिकारी हंसराज ने बताया कि पुलिस ने शिकायतकर्ता से केस से संबंधित कागजात मांगे हैं, जिनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
पिहोवा सदर थाना पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर धाेखाधड़ी करने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपितों ने शिकायतकर्ता से 20 लाख रुपये ठगे थे। शिकायकर्ता के पिता ने जमीन बेच कर बेटे को अमेरिका भेजने के लिए पैसे का इंतजाम किया था। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है।
आरोपितों ने 28 लाख रुपये की डिमांड की, बाद में 25 लाख रुपये में बात तय हुई। जिनमें से 10 लाख रुपये एडवांस देने थे10 लाख रुपये रास्ते में स्टे होने पर और पांच लाख रुपये पहुंचने पर देने तय हुए। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसके पिता ने अपनी जमीन बेचकर पैसों का इंतजाम किया।
आरोपित 12 जून 2019 को 10 लाख रुपये दिए। आरोपितों ने शिकायतकर्ता का पासपोर्ट व कुछ खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाकर ले गए। 15 जून 2019 को आरोपित उसे दिल्ली से फ्लाइट कराई। उसे कवीटो शहर पहुंचाया।
नोट-तस्वीरे प्रतीकात्मक है