इनेलो प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने लगातार चौथे दिन शनिवार को हलका उचाना के विभिन्न गांवों के दौरे किए। अलेवा गांव में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की बजाए किसान नेताओं पर हमले करवा रही है। इन कानूनों को सरकार द्वारा रद्द करना होगा। जो कानून केंद्र सरकार किसानों के हित में बता रही हैए उन कानूनों को किसान चाहते ही नहीं तो क्यों केंद्र सरकार इन कानूनों को लागू करना चाहती है।
शनिवार को राजस्थान से आ रहे किसान नेता राकेश टिकैत पर भाजपा कार्यकर्ताओ द्वारा गाडिय़ों पर पत्थरबाजी की गई। सरकार चाहती है कि किसानों को इतना डराया व धमकाया जाए ताकि किसान धरनों से अपने आप उठकर चले जाएं लेकिन सरकार की मंशा पूरी होने वाली नहीं है। इनेलो नेता ने कहा कि आज रोहतक में किसानों पर लाठीचार्ज बेहद दुखद और निंदनीय है।
अभय चौटाला ने कहा कि इनेलो का प्रत्येक पदाधिकारी कृषि कानूनों के विरोध मे धरना दे रहे हैं। प्रत्येक पदाधिकारी किसानों के साथ उस समय तक खड़ा रहेगा जब तक सरकार इन तीन कृषि काले कानून को खारिज कर एमएसपी पर गारंटी कानून न बना दे। उचाना हलके के गांवों में आने का उद्वेश्य किसान आदोंलन को मजबूत करना है।
गेंहू की कटाई में किसान आंदोलन कमजोर न हो इसके लिए गांव में ताश खेल रहे लोगों को धरनों तथा टोल पर भेंजे। आज किसान आंदोलन को मजबूत करने का समय है और किसानों की जीत निश्चित तौर पर होगी। कांग्रेस के लोग सिर्फ किसानों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं।
कांग्रेस के विधायकों को अपने पदों से इस्तीफा देकर किसानों के साथ धरने पर बैठना चाहिए। लेकिन ये बेहद दुखद है की कांग्रेसी सिफऱ् ढकोसला कर रहे हैं। कांग्रेस का एक भी विधायक सरकारी सुविधा का त्याग करने को तैयार नहीं है।
इस अवसर पर किसान नेता उषा मोर, इनेलो के जिलाध्यक्ष रामफल कुंडू, किसान सैल के जिलाध्यक्ष बलराज नगूरां, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष सुमित्रा, पूर्व चेयरमैन कर्ण सिह चहल व जयभगवान शर्मा नगूरां ए अनिरुद्ध खटकड़ समेत भारी संख्या मे इनेलो कार्यकर्ता मौजूद थे।