भारतीय संविधान ने हमें अनेकों अधिकार दे रखे हैं। लेकिन इन अधिकारों का पालन हम नहीं कर पाते हैं। संविधान में अनमैरिड कपल्स को भी कई अधिकार मिले हुए हैं। लेकिन ज्यादातर लोग इन अधिकारों के बारे में नहीं जानते हैं। उदाहरण के तौर पर होटल में अगर कोई अनमैरिड कपल एक रूम में रहना चाहता है, तो पुलिस सिर्फ इस बात के लिए उन पर कार्यवाही नहीं कर सकती।
काफी बार जिन जोड़ों की शादी नहीं हुई होती है वह होटल में जाने से डरते हैं। लेकिन उन्हें डरने की ज़रूरत है नहीं। कपल्स का अपनी इच्छा से एक कमरे में रुकना कोई गुनाह नहीं है। ऐसे में अगर पुलिस आपसे कोई पूछताछ करती है, तो डरने की जरूरत नहीं है।
हमें अपने अधिकार पता हों अगर तो कोई गुनाह नहीं कर सकते हैं। अधिकारों के तहत पुलिस से बात की जा सकती हैं। बिना शादी हुए जोड़ों को मिले अधिकारों में प्रमुख अधिकार ऐसे हैं, जिनके बारे में हर किसी को मालूम होना चाहिए। अनमैरिड कपल्स अपनी मर्जी से होटल में एक रूम में रह सकते हैं। ऐसा कोई नियम नहीं है, जो यह कहता हो कि अनमैरिड कपल होटल में एक रूम बुक नहीं कर सकते।
ऐसा फिल्मों में देखा जा सकता है कि कपल को डरा कर पुलिस उनसे पैसे मांगती है लेकिन ऐसा करना गैरकानूनी है। पुलिस सिर्फ इस बात पर किसी कपल को अरेस्ट नहीं कर सकती कि वह शादीशुदा नहीं है और एक कमरे में रह रहे हैं। अगर कोई अनमैरिड कपल एक साथ पति-पत्नी की तरह रह रहे हैं, तो वह कानूनी तौर पर मैरिड माने जाएंगे। इसे आम बोलचाल की भाषा में लिव इन रिलेशनशिप कहते हैं।
देश में इन दिनों लिव इन रिलेशनशिप का परिचालन खूब हो रहा है। लिव इन रिलेशनशिप में रहने के दौरान कपल्स में से पुरुष साथी की अकारण मौत हो जाती है तो, महिला को उसकी संपत्ति की वारिस समझा जाएगा। अगर कोई कपल अपनी मर्जी से लगातार शारीरिक संबंध बना रहे हैं, तो ऐसे कपल्स को मैरिड ही माना जाएगा।