गर्मियों का आगाज होते हैं जहां एक तरफ जिले भर में लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है वहीं अब 1600 ट्यूबवेलों के ठेकेदारों ने हड़ताल कर दी है।
दरअसल, नगर निगम इन दिनों आर्थिक तौर पर कंगाल है जिसके चलते नगर निगम कर्मचारियों तथा ठेकेदारों को समय पर भुगतान नहीं कर पाता है। समय पर भुगतान न करने के चलते आए दिन कर्मचारी तथा ठेकेदार हड़ताल तथा प्रदर्शन करते हुए नजर आते हैं।
ट्यूबवेलों के संचालन तथा रखरखाव का काम कर रहे 10 ठेकेदारों को पेमेंट नहीं की गई है। आरोप है कि ठेकेदार 6 महीने से बिना पेमेंट के काम कर रहे हैं। ठेकेदारों का पिछले डेढ़ साल का करीब 6 करोड़ रुपया नगर निगम के पास बकाया है जिसे नगर निगम दे नहीं रहा है।
ठेकेदारों की हड़ताल का असर जिले भर में पानी की सप्लाई पर देखने को मिलेगा। अगर इस बीच कोई ट्यूबवेल खराब हो जाता है तो इसके लिए नगर निगम के पास उचित स्टाफ की भी व्यवस्था नहीं है।
गौरतलब है कि गर्मियों के मौसम में पानी की सप्लाई शहर में बढ़ जाती है। आबादी के अनुसार शहर को 300 एमएलडी पानी की आवश्यकता है परंतु नगर निगम द्वारा केवल 260 एमएलडी पानी की सप्लाई की जाती है।
बाकी के साथ 60 एमएलडी पानी की सप्लाई टैंकरों के माध्यम से की जाती है। नगर निगम ने वार्डों में ट्यूबवेलों की समस्या को लेकर ठेकेदारों की भी नियुक्ति की थी परंतु फंड के अभाव में ठेकेदारों ने अब हड़ताल कर दी है।
नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव ने बताया कि नगर निगम के आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। पैसे की कमी है। ठेकेदारों की पेमेंट की बात उन तक पहुंची है। जल्दी चीफ इंजीनियर व एसई के साथ बातचीत कर पेमेंट रिलीज करने का फैसला लिया जाएगा।