शहर में जगह-जगह सिक्योरिटी चार्ज को लेकर जहां धरना प्रदर्शन हो रहा था। वही अभी लोग उसका समाधान ढूंढ ही रहे थे कि इस बार जो बिजली विभाग के द्वारा दिए गए हैं। उसमें सिक्योरिटी चार्ज जुड़कर आ चुका है।
जिससे लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि वह कैसे इस बिल की भरपाई करेंगे। आपको बता दें कि बिजली विभाग के द्वारा बिजली बिल सिक्योरिटी चार्ज को जोड़ा जा चुका है। आखिरी तारीख 22 अप्रैल बताई जा रही है। अगर हम ऑफलाइन बिल की बात करें तो उसमें जो बिल है।
वह 1500 का है। लेकिन अगर हम उसी बिल को ऑनलाइन भरने के लिए वेबसाइट पर जाते हैं। तो वह भी ₹5000 का हो जाता है। इसका अर्थ यही है कि बिजली विभाग के द्वारा सिक्योरिटी चार्ज लगाकर बिजली का बिल लोगों के घरों तक पहुंचा दिया गया है।
स्थानीय लोगों की बात करें 19 की रहने वाली वंदना ने बताया कि बिजली विभाग के द्वारा जो उनके घर बिल भेजा गया है। उसकी अमाउंट तो 1331 है लेकिन जब वह यह बिल ऑनलाइन भरने के लिए जाती है। तो वही अमाउंट ₹4000 हो जाती है।
उनको समझ नहीं आ रहा है कि वह कौन सा बिल भरे बी.के शर्मा का कहना है कि उनका जो घर पर बिल आया है। वह 14000 का आया है लेकिन जब भी पेमेंट में ऑनलाइन भरने के लिए वेबसाइट पर जाते हैं। तो यहीं पर ₹30000 पहुंच आती है।
स्थानीय निवासी पूनम ने बताया अभी उनके घर पर जो बिल आया था। वह 1500 का था लेकिन जब वह इस बिल को ऑनलाइन भरने जाती है। तो वही बिल 5000 का हो जाता है। confedration ऑफ आरडब्लूए के सेक्रेटरी जनरल एस गुलाटी ने बताया कि किले के करीब 80% लोगों के बिलों में सिक्योरिटी चार्ज जोड़ कर नहीं आया है।
जिसकी वजह से काफी लोगों को राहत मिली है। लेकिन जिन भी लोगों के बिलों में सिक्योरिटी चार्ज जुड़कर आ रहा है। उनको राहत दी गई है कि वह चार किस्तों में उस बिल को भर सकते हैं। लेकिन उसके अभी तक किसी प्रकार की कोई आदेश नहीं है। इसी वजह से लोग उस आदेश का वेट कर रहे हैं ताकि लोगों पर बिलों को भर सके।