महामारी की दूसरी लहर देश में कहर मचा रही है। हर दिन पॉजिटिव मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है। महामारी की दूसरी लहर ने झकझोर कर रख दिया है।राजधानी दिल्ली समेत देशभर में बढ़ रहे मामलों को देखते हुए कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल अनिल बैजल से दिल्ली में लॉकडाउन लगाने की मांग की थी।
दूसरी लहर तेज होने का सबसे बड़ा कारण हर स्तर पर हुई लापरवाही है। लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है।
महामारी की पहली लहर के कमजोर पड़ने के बाद बंदिशें हटने पर हर कोई बेफिक्र हो गया था। अब यह अपना कहर ढा रही है। राजधानी के अस्पतालों में बेड की किल्लत है, साथ ही दवाइयां व ऑक्सीजन की भी कमी है। जमीनी स्तर पर यह किसी ने नहीं भांपा है कि संक्रमण अंदर ही अंदर अपने पांव मजबूती से पसार रहा है।
दिल्ली में हालात काफी चिंताजनक बने हुए हैं। रोज़ाना 20 हज़ार से अधिक पॉजिटिव मामले आ रहे हैं। जब यह साल शुरू हुआ था तो सभी भारतीयों को लग रहा था कि महामारी से राहत मिल गई है। लेकिन महामारी की बंदिशें हटने के बाद मास्क न पहनना, दो गज की दूरी न रखना व सैनिटाइजेशन में लापरवाही बरतना भारी पड़ा। यही कारण है कि अब दिन ब दिन हालात नाजुक हो रहे हैं।
दिल्ली में लगे संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया है। ज़रूरी सेवाओं के अलावा सबकुछ बंद आज रात से कर दिया जाएगा। हर राज्य में लॉकडाउन जैसी स्थिति पनप रही है। नाइट कर्फ्यू से काफी राज्यों ने दोस्ती कर ली है। अगर महामारी की दूसरी लहर से बचना है तो पहले से ज्यादा सावधानी बरतने के अलावा और कोई आसान उपाय नहीं है।