देश के हर राज्य में महामारी के मामलों में इज़ाफ़ा हो रहा है। यह चिंताजनक है। जनता अपनी इम्युनिटी बढ़ाने का हर एक प्रयास कर रही है। प्रदेश सरकार का आयुष मंत्रालय भी संक्रमण से बचाव को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की औषधियां अपने केंद्रों पर उपलब्ध करा रहा है। आयुष डाक्टरों का मानना है कि संक्रमित होने के पहले आयुर्वेद में अनेक ऐसी दवा हैं जो हर तरह के संक्रमण से व्यक्ति को दूर रखती हैं।
इस समय महामारी की दूसरी लहर देश में कहर मचा रही है। हर दिन पॉजिटिव मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है। ऐसे में इम्युनिटी का स्ट्रांग होना काफी अहम है। हरियाणा आयुष विभाग के अनुसार पूरे दिन केवल हल्का गर्म पानी ही पीएं, अणु तेल को नाक में दिन में दो बार डालें 30 मिनट का योग, प्राणायाम अवश्य करें। शरी में प्राण वायु अधिक होने से मन सकारात्मक होता है।
यह इम्युनिटी बूस्टर काफी कारगर साबित हो सकता है। च्यवनप्राश का सेवन भी एक चम्मच करें। मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्यवनप्राश खाएं सब्जी बनाते समय हल्दी, जीरा, धनिया और लहसुन का इस्तेमाल करें तुलसी, दाल चीनी, सूखी अदरक, मुनक्का से बनी हर्बल चाय लें, इसे दिन में एक या दो बार से ज्यादा न लें हल्दीयुक्त दूध दिन में दो बार आधा चम्मच हल्दी डालकर पीएं।
महामारी की दूसरी लहर ने झकझोर कर रख दिया है। दूसरी लहर तेज होने का सबसे बड़ा कारण हर स्तर पर हुई लापरवाही है। आयुर्वेद में अनेक ऐसी दवा हैं जो संक्रमण से बचाव करती हैं मगर गत वर्ष के अनुभवों को देखते हुए आयुर्वेद दवा भी लोग बिना अनुभवी डाक्टरों के परामर्श के न लें। महामारी की पहली लहर के कमजोर पड़ने के बाद बंदिशें हटने पर हर कोई बेफिक्र हो गया था। अब यह अपना कहर ढा रही है।
हालात काफी चिंताजनक बने हुए हैं। रोज़ाना देश में 2 लाख से अधिक पॉजिटिव मामले आ रहे हैं। जब यह साल शुरू हुआ था तो सभी भारतीयों को लग रहा था कि महामारी से राहत मिल गई है। लेकिन महामारी की बंदिशें हटने के बाद मास्क न पहनना, दो गज की दूरी न रखना व सैनिटाइजेशन में लापरवाही बरतना भारी पड़ा।