दिन प्रतिदिन संक्रमण का कहर चरम सीमा तक पहुंचा हुआ दिखाई दे रहा है। हर व्यक्ति इस संक्रमण से बचने के लिए हर नामुमकिन प्रयास करने में जुटा हुआ है। इसके बावजूद भी न चाहते हुए भी लोग इस संक्रमण की जद में आते जा रहे है।
यही कारण है कि अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए स्थान लिप्त होता जा रहा है। इसलिए अब आपको चिंता करने की जरूरी नही है
हम इस खबर के माध्यम से आपको बताएंगे कि शुरुआती लक्षण दिखने पर इस संक्रमण से ग्रस्त मरीजों का होम आइसोलेशन में कैसे देखभाल करें।
होम आइसोलेशन में ऐसे रखिए संक्रमित मरीजों का ख्याल
अगर लक्षण हल्के हो तो हम आइसोलेशन में रहे। पानी भरपूर मात्रा में पिए। यद्यपि आप को बुखार है तो आप इसके लिए पेरासिटामोल पर टैबलेट भी ले सकते हैं। घर पर भी फेस मास्क पहनकर अवश्य रहे।
घर के अंदर खिड़की खोल कर रखें ताकि वेंटिलेशन ठीक रहे। मरीज के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड हो इस बात का ध्यान रखें। मरीजों के लिए एक केयर करने वाला 24 घंटे मौजूद होना जरूरी है।
वहीं मरीज जिला सर्विलांस टीम के साथ फॉलो के लिए तैयार रहें।
ऑक्सीजन का खास ध्यान रखा जाए।
घर पर ऑक्सीमीटर रखें ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहे। ऑक्सीजन लेवल 92 फ़ीसदी से ऊपर हो तो ज्यादा चिंता की कोई बात नहीं है। यदि ऑक्सीजन 92 प्रतिशत से कम हो तो घर पर ऑक्सीजन दे और इसे लो ही रखें।
यद्यपि ऑक्सीजन 85 % से नीचे आ जाता है तो ऑक्सीजन सपोर्ट 4 लीटर प्रति मिनट बढ़ा दे। अब समय आ गया है जब मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की कोशिश हो।
कब हॉस्पिटल लेकर जाना चाहिए मरीज को।
माइल्ड जिसमें मरीज को फीवर हो तो इन्हें होम आइसोलेशन या कोविद-19 सेंटर में रखें।
मॉडरेट में न्यूमोनिया तो हो मगर गंभीर अवस्था में ना हो कोविद-19 अस्पताल ले जाए।
सीवियर में जिन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही हो हार्ट बीट कम हो आईसीयू वाली अस्पताल में लेकर जाए