महामारी ने सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी तबाही मचा रखी है। मंज़र काफी खतरनाक हो चले हैं। महामारी की दूसरी लहर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। देश के तकरीबन हर राज्य इस समय ऑक्सीजन की कमी, अस्पतालों में बेड्स की कमी और महामारी से हो रही मौत का सामना कर रहे हैं। हालांकि, इस भयावह माहौल में एक गांव ऐसा भी है, जहां आजतक महामारी का एक भी केस नहीं आया है।
हर जिला, हर राज्य, सभी इलाकों में इस समय भयावह स्थिति बनी हुई है। हर स्तर पर चिंता और चिता दिखाई दे रही है। लेकिन यह गांव महामारी से पूरी तरह से सुरक्षित है। दरअसल, हम राजस्थान के सीकर जिले में पड़ने वाले सुखपुरा गांव की बात कर रहे हैं।
महामारी से बचाव से संभव है। सतर्क रहकर इससे निजात पाया जा सकता है। महामारी अपना प्रकोप ढा रही है। लेकिन राजस्थान का यह गांव खुद को महामारी से बिल्कुल सुरक्षित रखा है, जिसके पीछे सबसे बड़ी वजह है यहां के रहने वाले लोगों का अनुशासन और सावधानी। पिछले साल जब वायरस के कारण लॉकडाउन लगा था, तो गांव के लोगों ने सभी मुख्य रास्तों को बंद कर दिया था। इसके साथ ही बाहर से आने वाले लोगों की जांच भी शुरू कर दी थी।
सावधानी और सतर्कता के बल पर ही इस बीमारी से जीता जा सकता है। एक तरफ दुनिया संक्रमण को झेल रही है, तो दूसरी ओर अरावली की पहाड़ियों की तलहटी में बसे करीब 3000 की आबादी वाले सुखपुरा गांव में अब तक संक्रमण के एक भी केस सामने नहीं आए हैं। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान गांव के लोगों ने प्रशासन के साथ मिलकर सभी रास्तों को बंद कर दिया था और गांव के बाहर ही आइसोलेशन और क्वारंटाइन सेंटर बना दिया था।
इस गांव से आमजन काफी कुछ सीख सकते हैं। खासकर उन्हें सीखने की ज़रूरत है जो मास्क, सामाजिक दूरी जैसी बातों का पालन नहीं करते हैं। इस समय देश में बहुत ही भयावह स्थिति बनी हुई है।