जिला प्रशासन ने महामारी में लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं परंतु इन हेल्पलाइन नंबर से लोगों को कोई हेल्प नहीं मिल पा रही है। हेल्पलाइन नंबर या तो लग नहीं रहे या फिर स्विच ऑफ जा रहे हैं ऐसे में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, जिले के अलग-अलग हिस्सों में लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खेड़ी कला के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ हरजिंदर आर्य को जब फोन करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन व्यस्त वही डॉक्टर हरजिंदर आर्य की तरफ से दोबारा कॉल करने का प्रयास भी नहीं किया गया।
जब जिला स्तरीय हेल्पलाइन नंबर फोन करने का प्रयास किया गया तो फोन उठाया तो गया परंतु रिस्पांस नहीं मिला। ऐसा ही कुछ डॉक्टर गजराज से संबंधित विषय में भी देखने को मिला जब डॉक्टर गजराज को फोन करने की कोशिश की गई तो उनका फोन स्विच ऑफ आया। ईएसआईसी में नगयुक्त डॉ निखिल से जब संपर्क साधने की कोशिश की गई, उनका भी नंबर स्विच ऑफ आया।
जब ईएसआईसी के डॉक्टर अर्चना सेतिया से संपर्क साधने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया और दोबारा फोन भी नहीं किया।
गौरतलब है कि जिला उपायुक्त डॉ गरिमा मित्तल तथा जिला प्रशासन लोगों की दी जा रही मदद को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं परंतु जमीनी स्तर पर दावे केवल हवा हवाई साबित हो रहे हैं।
आए दिन प्रशासन की तरफ से अलग-अलग अधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है परंतु अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठ नहीं है। अधिकारी या तो फोन नहीं उठा रहे या फिर फोन को स्विच ऑफ किया हुआ है।
ऐसे में यह सोचने का विषय है कि लोगों की मदद के लिए बनाए गए हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था इतनी लचर है तो लोगों की मदद कैसे की जाएगी।