विकराल रुप धारण कर चुकी महामारी सभी को सताने लगी है। बुज़ुर्ग हो या युवा सभी इसकी चपेट में आ रहे हैं। स्थिति हाथों से बहार निकलती जा रही है। प्रदेश में गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों पर वायरस काल बनकर टूट रहा है। अध्ययन में सामने आया है कि अब तक महामारी से मरने वाले कुल लोगों में से 85 प्रतिशत गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे। वहीं 15 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त नहीं थे पर महामारी ने उनकी जान ले ली।
महामारी ने सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी तबाही मचा रखी है। अध्ययन में पता चला है कि मरने वालों में पुरुषों की संख्या महिलाओं से लगभग दोगुना अधिक है। अब तक 2490 पुरुषों की महामारी से मौत हो चुकी है, वहीं 1276 महिलाओं की जान गई है। खास बात ये है कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार और करनाल जिलों में ऐसे मरीजों की संख्या अधिक है।
फरीदाबाद और गुरुग्राम हरियाणा में महामारी के हॉटस्पॉट बन गए हैं। इन जिलों से सबसे अधिक मामले प्रदेश में आ रहे हैं। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 25 अप्रैल तक कुल 3767 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें 3202 ऐसे लोग हैं, जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे। इनमें हृदय, किडनी, शुगर, बीपी और कैंसर समेत अन्य गंभीर बीमारियां हैं। शुरुआत से ही महामारी गंभीर मरीजों पर भारी है।
मंज़र काफी खतरनाक हो चले हैं। इस समय महामारी की दूसरी लहर ने सबकुछ थमा दिया है। सबकुछ थम गया है। अब अध्ययन में ये साफ हो गया कि सामान्य व्यक्ति के मुकाबले पहले से ही बीमार व्यक्ति को महामारी आसानी से लपेटे में लेती है। इसलिए ऐसे मरीजों को संक्रमण से बचाना जरूरी है। प्रदेश में रोज़ाना 11000 से अधिक नए मरीज सामने आ रहे हैं। 75 से 80 मरीजों की मौत हो रही है।
महामारी की दूसरी लहर ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस समय प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में भी त्राहिमाम मचा हुआ है। महामारी की दूसरी लहर ने कहर मचा दिया है। लगातार मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। मास्क पहनना और पौष्टिक खाना खाना कभी न भूलें।