हर लक्षण नहीं है महामारी की वजह, जाने कैसे करे महामारी का सही आकलन ?

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देश में महामारी से संक्रमित की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है । ऐसे में लोग के बीच कुछ अफवाहों ने भी जगह ले ली है। जो लोगो के सेहत के लिए काफी हानिकारक हो रहा है। इन दिनों महामारी के शुरुआती लक्षणों को ले कर के लोगो के बीच कई प्रकार की भ्रांतियां फैली हुई है।

जिससे लोग अपने आप ही महामारी से संक्रमित होने की बात कर रहे है। आपको बता दें कि महामारी में बुखार का होना सामान्य बात है , परंतु हर बुखार का आना महामारी से संक्रमित होने की निशानी नहीं है।

हर लक्षण नहीं है महामारी की वजह, जाने कैसे करे महामारी का सही आकलन ?

इसी प्रकार यदि आपको किसी खाने में स्वाद नही लगता और आपको किसी वस्तु की गंध नहीं रही है तो इसका कतई यह मतलब नहीं है कि आप महामारी से संक्रमित है।

इसके विपरित यह भी हो सकता है कि आपको किसी ओर से ऐसे लक्षण हो। डॉक्टरों कि माने तो किसी प्रकार के गंध न आने या स्वाद में कमी होना यह प्रमाणित नहीं करता कि आप महामारी से संक्रमित है। अतः लोगो का खुद से ही केवल शुरुआती लक्षणों को देख कर परख लेना अर्थहीन है।

हर लक्षण नहीं है महामारी की वजह, जाने कैसे करे महामारी का सही आकलन ?

आमतौर पर यह देख गया है कि किसी मरीज़ को किसी भी लक्षण के ना होने पर भी उसमे टेस्ट करवाने के बाद महामारी की पुष्टि हो जाती है। कभी किसी व्यक्ति में शुरुआती लक्षण होने के बाद भी टेस्ट नेगेटिव आता है। आपको बता दें कि देश में हो रहे आरटी–पीसीआर महामारी के हर मानकों का पता लगाने में सक्षम है।

हर लक्षण नहीं है महामारी की वजह, जाने कैसे करे महामारी का सही आकलन ?

लोग किसी भी भ्रांतियों का शिकार ना बने। इसी के साथ यदि किसी भी तरीके की शुरुआती लक्षणों के आने पर खुद से ही संक्रमित होने का आंकलन करने की बजाय अपने नजदीकी जांच केंद्र में जाकर के टेस्ट करवाए। किसी भी तरीके की अफवाहों से बचे और केवल अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करे।