लोगों की मदद के लिए उठ रहे हाथों को प्रशासन की लापरवाही खींच रही है नीचे, समाजसेवक हो रहे है परेशान

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महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच लोगों की सुविधा के लिए डीपीएस स्कूल में 200 बेड का एक नि:शुल्क अस्पताल खोलने की तैयारी की जा रही है परंतु प्रशासन इस तैयारी में बाधा उत्पन्न कर रहा है।

इस अस्पताल में ऑक्सीजन बेड की भी व्यवस्था की जा रही है जिसको लेकर संचालकों द्वारा एक ऑक्सीजन सिलेंडर ग्रेटर फरीदाबाद से मंगवाया गया था परंतु सेक्टर 58 पुलिस चौकी ने इस ऑक्सीजन गैस टैंकर को जब्त कर लिया जिसे वापस लाने में संचालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

लोगों की मदद के लिए उठ रहे हाथों को प्रशासन की लापरवाही खींच रही है नीचे, समाजसेवक हो रहे है परेशान

दरअसल, महामारी के दौर में सभी समाज सेवक अपने-अपने स्तर पर लोगों की सेवा करना चाह रहे हैं परंतु प्रशासन इस सेवा में बाधा बन रहा है। दिल्ली पब्लिक स्कूल में महामारी से संक्रमित मरीजों के लिए करीब 200 बेड वाले अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही है। इस अस्पताल में महामारी संक्रमित मरीजों की आवश्यकता के अनुसार सामग्री की सभी व्यवस्था की जा रही है।

इस अस्पताल में ऑक्सीजन वाली बेड की भी व्यवस्था की जा रही है। ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था के दौरान संचालकों को ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ी जिसे संचालकों ने ग्रेटर फरीदाबाद के एक ऑक्सीजन गैस टैंकर बनाने वाली कंपनी से मंगवा लिया परंतु सेक्टर 58 पुलिस चौकी ने इस गैस टैंकर को जब्त कर लिया जिसे वापस लाने में संचालकों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। ऐसे में संचालक यह सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि जब प्रशासन हमारा साथ नहीं दे रहा तो हमें यह अस्पताल आमजन के लिए शुरू करने से पहले ही बंद कर देना चाहिए।

लोगों की मदद के लिए उठ रहे हाथों को प्रशासन की लापरवाही खींच रही है नीचे, समाजसेवक हो रहे है परेशान

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी गुरुग्राम के मानेसर स्थित स्टार गैस इंडिया प्रा.लि. का एक नाइट्रोजन से भरा गैस टैंकर पुलिस ने जब्त कर लिया। कंपनी संचालक को जब इस विषय में पता चला तो उन्होंने पुलिस को बताया कि वह गैस की कालाबाजारी नहीं कर रहे हैं।

वह लोगों को मुफ्त में ऑक्सीजन सप्लाई कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि यदि आप चाहे तो ऑक्सीजन टैंकर को ले सकते हैं परंतु इस नाइट्रोजन से भरे गैस टैंकर को छोड़ दे नहीं तो बड़ी परेशानी उत्पन्न हो सकती है। करीब 6 घंटों की जद्दोजहद के बाद पुलिस के द्वारा इस टैंकर को छोड़ दिया गया।