फरीदाबाद, जिले में औद्योगिक गतिविधियों पर श्रम विभाग नजर बनाए हुए है। यह जानकारी उप श्रम आयुक्त अजय पाल डूडी ने दी। आज समाचार पत्र में प्रकाशित “कर्मचारियों की कमी से उद्योगों में 15 फरवरी तक उत्पादन गिरा” के संबंध में उन्होंने बताया कि उत्पादन में निश्चित ही कुछ गिरावट आई है।
परंतु इसका कारण श्रमिक नहीं, यह सही है कि यहां का ज्यादातर उत्पादन हीरो, होंडा, मारुति आदि कंपनियों के लिए किया जाता है। उन कंपनियों के बंद होने के कारण उत्पादन कम हुआ है। कोविड के जो दिशा निर्देश हैं।
उनको लागू करने के लिए औद्योगिक प्रबंधकों ने श्रमिकों व स्टाफ की संख्या कम की है और श्रमिकों को अल्टरनेट दिन पर बुलाया गया है। किसी भी श्रमिक की छटनी नही की गई है। कुछ श्रमिक स्वयं व रिश्तेदारों के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण भी श्रमिकों की हाजिरी कम हुई है।
परंतु श्रमिकों का कोई पलायन फरीदाबाद से नहीं हो रहा है तथा फरीदाबाद के औद्योगिक संगठनों द्वारा सकारात्मक पहल करते हुए उद्योगों में प्रयोग होने वाली ऑक्सीजन स्वास्थ्य क्षेत्र में देने का फैसला किया है ताकि ऑक्सीजन मरीजों के काम आ सके। इस कारण भी उत्पादन कम हुआ है।
श्रमिकों का किसी भी तरह पलायन नहीं हो रहा है तथा श्रमिकों की वजह से कोई उत्पादन में गिरावट नहीं आई है। फिर बाद में औद्योगिक शांति का माहौल है। कंपनियां सुचारू रूप से चल रही है तथा सुचारू रूप से उत्पादन हो रहा है। श्रम विभाग भर्ती पर नजर बनाए हुए हैं।