नही बनी सिरिंज तो कैसे होगा टीकाकरण? श्रमिकों की कमी से प्रभावित हुआ सिरिंज उत्पादन

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फरीदाबाद : एक ओर माहमारी का कहर दूसरी ओर टीकाकरण अभियान यह दोनों ही इस समय लोगो के जीवन मे अहम भूमिका निभा रहे है । कोविद-19 ने लोगो को अंदर तक डरा दिया है तो टीकाकरण अभियान से लोगो मे आशा की एक किरण भी जाएगी है इसके प्रति लोगो रुझान भी बढ़ रहा है ।

सरकार द्वारा चलाये जा रहे टीकाकरण अभियान में लोग बढ़चढ़ भाग ले रहे है । वही वैक्सीन की कमी की बातें भी सुनने में आरहे हैं फरीदाबाद में स्थित हिंदुस्तान सीरीज एवं मेडिकल डिवाइस में सिरिंज का उत्पादन कुछ महीने से प्रभाव ढंग से चल रहा था .

नही बनी सिरिंज तो कैसे होगा टीकाकरण? श्रमिकों की कमी से प्रभावित हुआ सिरिंज उत्पादन

साथ ही को-वैक्सीन और कोविशील्ड के उपयोग में आने वाली कोजल 0.5 सिरिंज मजदूरो के पलायन के कारण प्रभावित होती नजर आ रही है

माहमारी का दूसरा चरण और यूपी में पंचायत चुनाव फसल की कटाई और लॉक डाउन होने के डर से मजदूर वर्ग के पलायन के कारण हिंदुस्तान सिरिंज प्रबंधन खासा चिंतित नजर आ रहा है उनको डर है कि यदि श्रमिक वापस नही आये तो उत्पादन किस प्रकार होगा

नही बनी सिरिंज तो कैसे होगा टीकाकरण? श्रमिकों की कमी से प्रभावित हुआ सिरिंज उत्पादन

आपको बता दे कि हिंदुस्तान के प्रबंध निदेशक राजीव नाथ के अनुसार केंद सरकार द्वारा उनको 44.25 सिरिंज का आर्डर मिला है जिसमे से 21.75 का आर्डर वो बना चुके है साथ ही उन्होंने कहा कि अब जून में अंत तक हमारे समक्ष एक अरब सिरिंज बनाने का लक्ष्य है

उन्होंने बताया कि इस समय 2700 श्रमिक दिन रात काम कर रहे है बल्कि जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है उसके लिए उनको 3200 श्रमिकों की आवश्यकता है । अब तक कोजल सिरिंज का प्रतिदिन 1लाख का उत्पादन हो रहा था लेकिन अब श्रमिको के ना होने पर कम हो रहा है

नही बनी सिरिंज तो कैसे होगा टीकाकरण? श्रमिकों की कमी से प्रभावित हुआ सिरिंज उत्पादन

राजीव नाथ के अनुसार श्रमिक फरीदाबाद से पलायन कर चुके है 1 अरब सीरिंज उत्पादन के लिए बड़ी और मजबूत टीम की जरूरत है वो अभी कामगारों की कमी के कारण यह लक्ष्य पूरा होंता नही दिख रहा हैं ।