इकोग्रीन ने उठाया होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों का कूड़ा उठाने का जिम्मा

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होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों के लिए एक खुशखबरी है। अगर आपके घर में कोई महामारी की चपेट में आ चुका है और वह होम आइसोलेशन पर है। लेकिन उसका जो वेस्ट है या फिर यूं कहें उस होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीज का जो कूड़ा है वह कौन उठाएगा।

इसको लेकर अगर आपको चिंता है तो अब यह आपकी चिंता इकोग्रीन वालों ने पूर्ण रूप से दूर कर दी है। क्योंकि इकोग्रीन के द्वारा चार गाड़ियां सिर्फ होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों का कूड़ा उठाने के लिए जिले में लगाई गई है।

इकोग्रीन ने उठाया होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों का कूड़ा उठाने का जिम्मा

इकोग्रीन के अधिकारी मनीष ने बताया कि उनके द्वारा एक टोल फ्री नंबर दिया गया है। जोकि 18001025953 नंबर है। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति फोन करके मरीज का नाम व पता दर्ज करवा सकता है कि उनके घर में एक महामारी की चपेट में आने वाला मरीज होम आइसोलेशन पर है और उसका जो भी कूड़ा है कृपा करके वह उनके घर से उठाएं।

मनीष ने बताया कि हर रोज करीब 450 घरों से होम आइसोलेशन वाले मरीजों का कूड़ा उठाया जा रहा है। जिसमें ग्रीन वैली, सेक्टर 21c और चर्मवुड विलेज के लोग सबसे ज्यादा है। उन्होंने बताया कि चर्मवुड विलेज दिल्ली से सटे होने की वजह से सबसे ज्यादा मरीज इस एरिया में है। इसीलिए उन्होंने जो वार्ड नंबर 1 से लेकर वार्ड नंबर 13 तक गाड़ी लगाई हुई थी।

इकोग्रीन ने उठाया होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों का कूड़ा उठाने का जिम्मा

वह अभी चर्मवुड विलेज एरिया में लगाई हुई है। क्योंकि इस एरिया में सबसे ज्यादा मरीज मौजूद है। उन्होंने बताया कि अगर किसी व्यक्ति के घर पर कोई भी मरीज होम आइसोलेशन पर रह रहा है। तो वह इसकी जानकारी पहले फोन करके दे। उसके बाद इकोग्रीन वाले उनके घर से ही मरीज का जो भी कूड़ा है वह उठाएंगे।

उन्होंने बताया कि इकोग्रीन के कर्मचारियों को ग्लब्स, मास्क और पी पी किट भी दी हुई है। ताकि वह भी इस महामारी से अपने आप को बचा सके। मनीष ने बताया कि पहले मात्र 700 किलो ही बायो वेस्ट या फिर यूं कहे होम आइसोलेशन वाले मरीजों का कूड़ा उठाया जाता था।

इकोग्रीन ने उठाया होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों का कूड़ा उठाने का जिम्मा

लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 2500 से 3000 किलो तक पहुंच गई है। हर रोज उनके पास सैकड़ों की संख्या में लोग होम आइसोलेशन वाले मरीजों का डाटा लिखवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आने वाले समय में गाड़ी की संख्या को बढ़ाना पड़ा तो वह और भी गाड़ियां इस कार्य के लिए लगाएंगे।