अरावली के जंगल में रहने वाले जानवर ना रहे प्यासे, वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट कर रहा है यह काम

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गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है वही मौसम के शुरू होते ही अरावली में रहने वाले जानवरों के लिए भी पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कृत्रिम तालाबों को भरने का काम किया जा रहा है वहीं सेव अरावली ट्रस्ट भी तालाबों को भरने का काम कर रही है।


दरअसल, जिले में इन दिनों गर्मी अपने चरम पर है ऐसे में जानवरों के लिए पानी का संकट खड़ा हो गया है। ‌अरावली में पानी के स्रोत ना के बराबर है हालांकि कुछ खदानें अवश्य हैं जिनमें पानी उपलब्ध है। अरावली के जंगलों में मागंर क्षेत्र की ओर ना के बराबर पानी के स्रोत हैं ऐसे में वहां पर गड्ढों को खोदकर पानी भर दिया जाता है।

अरावली के जंगल में रहने वाले जानवर ना रहे प्यासे, वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट कर रहा है यह काम

इस समय अरावली के अंदर रहने वाले जानवर पानी के संकट से जूझ रहे हैं। वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट अपने स्तर पर कृत्रिम तालाबों को भरने का काम कर रही है। यहां तालाबों को टैंकरों की मदद से भरा जाता है वहीं सेव अरावली ट्रस्ट भी जानवरों के हित के बारे में सोचते हुए इन कृत्रिम तालाबों में पानी भर रही है।


हरियाणा सरकार ने कुछ साल पहले अरावली के जंगलों में कृत्रिम तालाब बनाने का निर्णय लिया था जिसके अंतर्गत जंगल के बीचों-बीच चार तालाब बनाए गए हैं।

अरावली के जंगल में रहने वाले जानवर ना रहे प्यासे, वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट कर रहा है यह काम

इन तालाबों में हर वर्ष वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट पानी भरता है वहीं कुछ समाज सेवी संस्थाएं तथा प्रकृति प्रेमी भी यहां जानवरों के लिए पानी की व्यवस्था करते हैं।


गौरतलब है कि जिले में इस समय लॉकडाउन लगा हुआ है ऐसे में अरावली के जंगलों में रहने वाले जानवरों के लिए पानी के संकट के साथ साथ खाने का संकट भी उत्पन्न हो गया है हालांकि प्रकृति प्रेमी तथा जानवरों के लिए काम करने वाली संस्थाएं जानवरों की मदद करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है तथा उन्हें भोजन उपलब्ध करवा रही है।