प्रदेश में महामारी के बढ़ते मामलों के बीच जहां हरियाणा रोडवेज ने सरकारी बसों के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी है वहीं निजी बस संचालक जमकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। निजी बस संचालक सीमा से ज्यादा सवारियां बसों में भरकर ले जा रहे हैं जो खतरे की घंटी साबित हो सकता है।
दरअसल, प्रदेश सरकार ने हरियाणा रोडवेज के लिए एसओपी जारी कर दी है। एसओपी के अनुसार बस स्टैंड के अंदर आने वाली बसों को पूर्ण रूप से सैनिटाइज किया जाएगा। बसों में 50 फ़ीसदी से अधिक सवारी नहीं होनी चाहिए वही ड्राइवर और कंडक्टर के लिए सैनिटाइजर अपने पास रखना अनिवार्य किया गया है।
एसओपी के तहत सभी का मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। एसओपी के तहत बस में 50 फीसद से अधिक सवारी ले जाने की अनुमति नहीं है परंतु निजी बस संचालक नियमों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। निजी बस कंपनियां सवारियों से खचाखच भरकर बसों को ले जा रहे है।
नियमों के अनुसार तीन सवारी वाली सीट पर दो सवारी बैठाने की अनुमति है वही डबल सीट पर एक सवारी बिठाने की अनुमति है परंतु निजी बस संचालक नियमों की परवाह किए बिना लगातार अपना काम कर रही है।
बल्लभगढ़ बस स्टैंड के बाहर भारी संख्या में लोग निजी बसों में सफर करते नजर आते हैं। सफर के दौरान लोगों के पास मास्क तथा सैनिटाइजर भी नहीं होता। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने रोडवेज की बसों की यूपी में एंट्री बंद कर दी है परंतु इसके बावजूद भी निजी बस संचालक लोगों को यूपी पहुंचा रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में महामारी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद भी महामारी पर संपूर्ण नियंत्रण नहीं हो पा रहा है ऐसे में लोगों की लापरवाही खतरा उत्पन्न कर सकती है।