अगर किसी व्यक्ति को वैक्सीन लगवानी होती है। तो उससे पहले उस व्यक्ति को कोविन पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होता है और उसके बाद उसके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस आता है। जिसके बाद वह वैक्सीन लगवा सकता है।
लेकिन पिछले कुछ दिनों से लोगों के पास बिना वैक्सीन इन लगवा है या फिर यूं कहें कि वैक्सीन की दोनों डोज़ लगाने के बाद भी कोविन पोर्टल के द्वारा जो s.m.s. की प्रक्रिया भेजी जा रही है और कहा जा रहा है कि आपको वैक्सीन की डोज़ लगनी है आप कृपा करके स्वास्थ्य केंद्र पर आ जाए या फिर कुछ मैसेज ऐसे भी आ रहे हैं कि लोग अपने घरों में काम कर रहे हैं और उनसे कह रहे हैं कि आपको दूसरी दोस्त लग चुकी है।
इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई हो। यह सभी मैसेज एक ही व्यक्ति के आईडी से आ रहे हैं और उस व्यक्ति की आईडी का इस्तेमाल बीके अस्पताल के वैक्सीन सेंटर पर किया जा रहा है। लेकिन आपको बता दें कि उस व्यक्ति के नाम से दो नर्स बी के अस्पताल में कार्य कर रही है।
जिसमें से एक नर्स की ड्यूटी वैक्सीन सेंटर पर लगाई गई है। वहीं दूसरे नर्स पिछले कई वर्षों से बीके अस्पताल के कमरा नंबर 37 में बच्चों व गर्भवती महिलाओं को वैक्सीनेशन कर रही है और दोनों नर्स का नाम है अंजू बाला। यानी जो भी गलत s.m.s. लोगों के पास जा रहे हैं उसमें अगर हम नर्स का नाम देखते हैं तो वह अंजू बाला का ही होता है।
लेकिन आपको बता दें वैक्सीनेशन सेंटर पर जो अंजू बाला कार्य कर रही है। उसके नाम से आईडी नहीं बनी हुई है। बल्कि जो कमा नंबर 37 में कार्य कर रही है उसके नाम से आईडी बनी हुई है और सरकार के पास जो आईडी है वह अंजू बाला के नाम से है और वैक्सीन सेंटर पर कई सारी नर्सों के द्वारा वैक्सीन लगाई जा रही है।
लेकिन वैक्सीन लगने के बाद जो सर्टिफिकेट लोगों को जारी किया जा रहा है। उसमें अंजू बाला का नाम लिखा जा रहा है। जिसकी सिर्फ आईडी का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। डॉ रमेश ने बताया कि कोविन पोर्टल की तरफ से जो एसएमएस लोगों को भेजे जा रहे हैं। उसमें कोई तकनीकी खराबी आ गई है।
जिसकी वजह से लोगों को वैक्सीन लगे बिना ही s.m.s. भेजे जा रहे हैं। लेकिन उस s.m.s. के बेस पर हम किसी का भी वैक्सीनेशन नहीं रोक रहे हैं। अगर किसी को एसएमएस आने के बाद वैक्सीन नहीं लगी है। तो उस व्यक्ति की एंट्री ऑफलाइन करके उसको वैक्सीन लगाई जा रही है।
यह पोर्टल की तरफ से खराबी आ रही है। इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों को कर दी गई है। आने वाले समय में इसको ठीक कर दिया जाएगा। इसके बाद से किसी व्यक्ति के पास कोई भी गलत s.m.s. या जानकारी नहीं पहुंचेगी।