महामारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसको लेकर मरीज व उनके परिजनों के पास कई सारे सवाल होते हैं कि वह किस प्रकार से इस महामारी से ठीक हो सकते हैं या अपने किसी परिजन को ठीक कर सकते हैं।
क्योंकि जिले के हजारों मरीज होम आइसोलेशन पर भर्ती है। जिनको अस्पताल की जरूरत नहीं है। लेकिन होम आइसोलेशन पर रह कर वह अपना उपचार करके खुद ही ठीक हो सकते हैं। अगर उनको उपचार से संबंधित या होम आइसोलेशन पर किस प्रकार रहना चाहिए। इस बारे में या इससे अन्य संबंधित किसी भी सवाल का जवाब चाहिए है।
तो वह कोविद के कंट्रोल रूम पर फोन करके पूछ सकते हैं। उस कंट्रोल रूम पर महामारी से संबंधित किसी भी प्रकार के कोई भी सवाल या कोई आपको सुविधा चाहिए। तो उस बारे में आपको पूरी सहायता की जाएगी। कोविद-19 के कोऑर्डिनेटर व कोविद कंट्रोल रूम के इंचार्ज डॉ एमपी सिंह ने बताया कि उनके पास दिन में करीब 200 से ढाई सौ लोगों की कॉल आती है।
जिसमें वह महामारी से संबंधित कई प्रकार के सवाल पूछते हैं। कुछ लोग तो यह पूछते हैं कि कहीं पर बेड अवेलेबल है या ऑक्सीजन मिल सकता है। ऑक्सीमीटर मिल सकता है। कुछ दवाइयां है जो उनको बाजार में नहीं मिल रही है।
क्या वह कहीं से प्रोवाइड करवा सकते हैं। तो इन सभी जानकारी के बारे में वह उनको उपलब्ध कराते हैं और उनको संबंधित मेडिकल स्टोर या कंपनी के बारे में बताते हैं। जिसके बाद वह व्यक्ति उस स्थान पर जाकर अपनी समस्या का समाधान मिल जाता है।
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि उनके पास फरीदाबाद से ही नहीं बल्कि देश में विभिन्न राज्यों से जैसे गुजरात, बिहार, राजस्थान व अन्य जिलों से भी उनके पास कॉल आ रही है और वह उन लोगों की भी मदद कर रहे हैं। इसके लिए उनके यहां पर करीब 15 से 20 लोग कार्यरत हैं।
जो कि 3 शिफ्टों में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि वह फोन के जरिए ही मरीज की आधी बीमारी को ठीक कर देते हैं। क्योंकि अगर कोई डॉक्टर किसी मरीज से प्यार से दो शब्द बोल लेता है। तो उसकी जो बीमारी है उससे लड़ने के लिए उसको बहुत ज्यादा हौसला अफजाई मिलती है और वह ताकत बनकर उसके साथ दवाई का काम करती है।
इसीलिए उनकी टीम और वह खुद जब किसी भी मरीज के परिजन का फोन आता है। उसको मोटिवेट करते हैं और उसको कहते हैं कि जो यह महामारी है इससे मरीज पूरी तरह ठीक हो जाएगा। बस उनको कुछ बातों को ध्यान रखना होगा और वह बातें उनको अच्छे से समझाई जाती हैं।
दवाइयों के बारे में भी बताया जाता है कि उनको कब किस प्रकार की दवाइयां लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि कई बार मरीज ठीक होने के बाद भी उनका शुक्रिया अदा करने के लिए उनको दोबारा से कंट्रोल रूम पर फोन थैंक यू कहते हैं और कहते हैं कि वह अब इस महामारी से बिल्कुल ठीक हो चुके हैं और जो लोग ग्रस्त हैं उनको भी सलाह देते हैं कि अगर उनको किसी प्रकार की को परेशानी है तो वह इस कंट्रोल रूम पर फोन करके सलाह ले सकते हैं।
अगर आपको भी महामारी से संबंधित किसी प्रकार का कोई सवाल का जवाब चाहिए या कोई सलाह चाहिए तो आप कंट्रोल रूम के इन पांच नंबरों पर 24 घंटे कभी भी समय निकाल कर फोन कर सकते हैं। आपको हर परेशानी का समाधान मिलेगा। नंबर है 0129-2221000- 04 तक और 1950 । इन नंबरों पर कोई भी 24 घंटे सातों दिन कभी भी कॉल करके महामारी से संबंधित किसी प्रकार की कोई भी परेशानी का समाधान पा सकता है।