महामारी से ग्रस्त हजारों की संख्या में मरीज होम आइसोलेशन पर है। लेकिन उनकी देखरेख की जिम्मेदारी भी स्वास्थ्य विभाग की है। इसी के चलते सरकार के द्वारा होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों के लिए एक किट बनाई गई है।
जिसमें मरीजों को दवाइयों के साथ-साथ कुछ महत्वपूर्ण चीजें भी दी जा रही है। जिसका वह महामारी से ठीक होने में इस्तेमाल करते हैं।
लेकिन फरीदाबाद के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों को दी जा रही है। उसमें सिर्फ पांच विभिन्न प्रकार की दवाइयों के अलावा अन्य कोई और महत्वपूर्ण सामान या फिर यू कहे कोई इंस्ट्रूमेंट नहीं दिया जा रहा है।
सरकार के द्वारा जो किट बनाई गई थी उसकी अगर हम कीमत की बात करें तो उसकी कीमत करीब 5000 रूपए बताई गई थी। लेकिन फरीदाबाद के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जो मरीजों को दी जा रही है उसकी कीमत 500 रुपए भी नहीं है।
कुछ समय पहले होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों को ठीक होने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। उनको यह भी नहीं पता था कि उनको महामारी से छुटकारा पाने के लिए किन दवाइयों का सेवन करना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बिना वह कोई भी दवाई नहीं ले पा रहे थे।
इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक किट बनाई गई। जिसमें होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों को दवाइयों के साथ-साथ कुछ महत्वपूर्ण चीजें दी जा रही थी। जिसमें थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर, काढ़ा, पल्स मीटर, , स्टीमर, ओआरएस के पैकेट, मास्क, गिलोय की गोलियां और अनु तेल भी देना आवश्यक है।
लेकिन फरीदाबाद के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों को जो काट दी जा रही है। उसमें पांच विभिन्न दवाइयों के अलावा और कोई भी सामान उपलब्ध नहीं है।
जिसकी कीमत 500 रुपए से कम बताई जा रही है । अगर हम उन गोलियों की बात करें तो उसमें बुखार, विटामिन व कैल्शियम की गोलियों के अलावा अन्य किसी प्रकार की और गोली उपलब्ध नहीं है। किट स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मरीजों को दी जा रही है उसका सेवन वह सिर्फ 5 दिनों तक ही कर सकते हैं।
किट में मात्र 5 दिनों की ही दवाइयां मौजूद है। अगर हम डॉक्टर की बात माने तो होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीज को कम से कम 14 से 17 दिन ठीक होने में लगते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जो किट में दवाइयां है। वह सिर्फ 5 दिनों की है। उसके बाद मरीजों को दवाइयां कहां से मिलेगी। इस बारे में उनको कोई जानकारी नहीं है।
इस किट में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक बुकलेट भी दी जा रही है। जिसमें होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों को क्या खाना चाहिए, कैसे रहना चाहिए, कैसे वह अपनी देखरेख कर सकते हैं व अन्य महत्वपूर्ण बातों के बारे में भी बताया गया है।
लेकिन इस किट में जो महत्वपूर्ण इंस्ट्रूमेंट होने चाहिए वह मौजूद नहीं है। जिसकी वजह से होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों को वह महत्वपूर्ण इंस्ट्रूमेंट मेडिकल स्टोर से खुद अपने पैसों से खरीदने पढ़ रहे हैं।