अभी महामारी से राहत भी नहीं मिली कि एक और बीमारी ने दस्तक दे दी। ब्लैक फंसग की गंभीरता को देखते हुए। हरियाणा सरकार ने इसे नोटिफाइड डिजीज (अधिसूचित रोग) घोषित कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। क्योंकि प्रदेश में ब्लैक फंगस के कई मामले सामने आ चुके हैं और अब नए मामले मिलने पर डॉक्टर जिले के CMO को रिपोर्ट करेंगे।
ब्लैक फंसग जानलेना बीमारी है। देश के दूसरे राज्यों की तरह ही महामारी के बीच हरियाणा में ब्लैक फंगस का जाल फैलने लगा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में 10.4 प्रतिशत लोग शुगर के मरीज हैं यानी 2.86 करोड़ की आबादी में 30 लाख 30 हजार लोगों पर ब्लैक फंगस का खतरा मंडरा रहा है।
शुगर के मरीज़ों को ब्लैक फंगस अपनी चपेट में जल्दी लेता है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च व अन्य हेल्थ विशेषज्ञ यह कह चुके हैं, जो शुगर के मरीज हैं, उन पर ब्लैक फंगस का खतरा सबसे अधिक है। प्रदेश में ब्लैक फंगस के बढ़ते मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ा दी है। महामारी से ठीक होने के बाद अब ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिन्हें शुगर है और उन पर ब्लैक फंगस ने हमला बोल दिया है।
इस समय प्रदेश समेत देश महामारी के संकट से जूझ रहा है कि इस बीच ब्लैक फंगस का एक और खतरा लोगों को डराने लगा है। शुगर के मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर रहती है। प्रदेश में अभी 50 से ज्यादा केस सामने आए हैं। इनमें 27 मरीज रोहतक पीजीआई में पहुंचे हैं। 6 हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। गुरुग्राम में भी एक निजी अस्पताल में 10 मरीज भर्ती हो चुके हैं।
पूरे देश में ब्लैक फंगस इस समय लोगों की और राज्य सरकारों की परेशानी बढ़ा रहा है। ब्लैक फंगस सबसे ज्यादा उन मरीजों पर घातक साबित हो रहा है जो कि महामारी से संक्रमित पाए जा चुके हैं और उन्हें डायबिटीज यानी मधुमेह है।