अस्पताल कोई भी चलाए, लेकिन कर्मचारियों की सैलरी की गारंटी कौन लेगा

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दिन प्रतिदिन महामारी बढ़ती जा रही है। लोग इस महामारी से बहुत ही ज्यादा ग्रस्त हो गए हैं। इस महामारी में ने लाखों परिवार उजाड़ दिया है और इतनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसी ने यह सोचा भी नहीं था लाखों के आंकड़े रोज हमारे सामने आ रहे हैं। लोग सैकड़ों में अपनी जान गवा रहे हैं। इस महामारी से ग्रस्त लोग का जीवन बहुत ही मुश्किलों से निकल रहा है।

सनफ्लैग हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर एम्पलाई यूनियन फरीदाबाद के प्रधान एस एस गौर ने बताया कि इस समय कुछ ऐसे कर्मचारी हैं। जिनकी नौकरियां दांव पर लगा दी गई है। हम बात कर रहे हैं सनफ्लैग हॉस्पिटल फरीदाबाद सेक्टर 16 ए में है। इसका संचालन सन 1996 से भारद्वाज वेलफेयर ट्रस्ट चला रहे हैं।

अस्पताल कोई भी चलाए, लेकिन कर्मचारियों की सैलरी की गारंटी कौन लेगा

इस अस्पताल में लगभग 150 कर्मचारी हैं 15 से 20 सालों वर्ष से कार्यरत थे। यह ट्रस्ट ने सन 2014 में गैर कानूनी तरीके से सनफ्लैग हॉस्पिटल 15 साल के लिए ऑपरेशन एंड मैनेजमेंट एग्रीमेंट जो एस आर एस हेल्थ केयर एंड रिसर्च सेंटर को दे दिया।

एग्रीमेंट बहुत गैर कानूनी तरीके से साइन करवाया गया। जब इसके बारे में यूनियन एचएसवीपी फरीदाबाद और डिप्टी कमिश्नर को यह गैरकानूनी एग्रीमेंट की सूचना दी गई। तो उन्होंने इस परेशानी के ऊपर कोई भी अहम कदम नहीं उठाया और अधिकारियों के प्रति कोई कार्यवाही नहीं की गई और ना ही उनके द्वारा यह गैरकानूनी एग्रीमेंट को रद्द किया गया। इस एग्रीमेंट के चलते हैं। कर्मचारियों को भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा और लाखों लोगों की नौकरियां भी इस एग्रीमेंट के चलते दांव पर लग गई।

अस्पताल कोई भी चलाए, लेकिन कर्मचारियों की सैलरी की गारंटी कौन लेगा

उसी के चलते 18-4-2012 को स्टेट ऑफिसर एचएसवीपी फरीदाबाद सनफ्लैग हॉस्पिटल में रिज्यूम कर लिया। फिर डायरी नंबर 132361 दिनांक 16-6-2017 को अपील दर्ज की गई लेकिन एसएसवीपी विभाग के लोगों ने 4 साल तक फैसला नहीं लिया और अब तक इसका फैसला नहीं आया।

यूनियन जिला उपयुक्त व पराशर एचसीपी तथा विधायक और हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री से अपील है ,कि इस अस्पताल के कर्मचारी बहुत ज्यादा परेशानी में जिस कारण उन्हें अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ रहा है।

अस्पताल कोई भी चलाए, लेकिन कर्मचारियों की सैलरी की गारंटी कौन लेगा

तो इसके ऊपर अहम कदम उठाया जाए और यह गैरकानूनी लेटर को जल्द से जल्द रद्द किया जाए, और इस समस्या पर कर्मचारी बहुत ज्यादा दुखी हैं और जल्द से जल्द कर्मचारियों के हित में फैसला लिया जाए। उन्होंने बताया कि इस हॉस्पिटल को सरकारी या गैर सरकारी कोई भी अपने कब्जे में ले।

लेकिन क्या कोई गारंटी दे सकता है कि इन कर्मचारियों को जो सैलरी पिछले 5 सालों से नहीं मिल रही है। वह उनको आसानी से मिल सकती है। क्योंकि अगर सरकारी विभाग इसको अपने अंडर लेता है तो क्या वह पिछले सैलरी उनको देगा।

अस्पताल कोई भी चलाए, लेकिन कर्मचारियों की सैलरी की गारंटी कौन लेगा

अगर निजी विभाग इसको अपने अंडर लेता है। तो उनको अपनी नौकरी गंवाने का डर है। इसीलिए वह सरकार से गुजारिश करते हैं कि कोई भी विभाग चाहे वह सरकारी हो या निजी हो इस अस्पताल को अपने अंडर लेता है। तो वह उनकी सैलरी की गारंटी दे ताकि कर्मचारियों के परिवार का पालन पोषण आसानी से हो सके।