ईएसआई डिस्पेंसरियों को बंद करने की हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की योजना का विरोध

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ट्रेड यूनियन काउंसिल (फरीदाबाद) ने हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के ईएसआई डिस्पेंसरियों को बंद करने की योजना का विरोध किया है । काउंसिल के प्रतिनिधियों ने सिविल सर्जन, ईएसआई हेल्थ केयर, फरीदाबाद के मार्फत हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एक ज्ञापन दिया है ।

जिसमें मांग की गई है कि डिस्पेंसरियों के डॉक्टरों और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ के स्थानांतरण को तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए ।  महामारी से हो रही जान माल की तबाही को रोकने में नाकाम हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में बिना तैयारी के पानीपत और हिसार में विशेष कोविद अस्पताल बनाया है ।

ईएसआई डिस्पेंसरियों को बंद करने की हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की योजना का विरोध

हरियाणा सरकार के मातहत काम करनेवाला स्वास्थ्य विभाग अस्पताल में डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टाफ की नई भर्ती करने के बजाय मजदूरों के पैसे से चलने वाली ईएसआई के डॉक्टर और अन्य स्टाफ को स्थानांतरित कर हिसार और पानीपत में लगा रहा है ।

फरीदाबाद में ईएसआई मेडिकल कॉलेज को पहले ही कोविद अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है । वहां पर नॉन कोविद मरीजों की ओपीडी बंद कर दी गई है।  जिससे हजारों मजदूर दर-दर भटकने को मजबूर हैं। सेक्टर 8 स्थित ईएसआई अस्पताल डॉक्टर और अन्य स्टाफ की कमी से कूप्रबंधन का शिकार है ।

ईएसआई डिस्पेंसरियों को बंद करने की हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की योजना का विरोध

फरीदाबाद में इएसआईसी की 12 डिस्पेंसरी हैं । मजदूर इन्हीं डिस्पेंसरी में अपने इलाज के लिए निर्भर थे । अब हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने पूरे हरियाणा राज्य की ईएसआई डिस्पेंसरियों के डॉक्टरों और स्टाफ को हिसार व पानीपत में स्थानांतरित कर मजदूरों के साथ नाइंसाफी कर रहा है । ईएसआईसी मेडिकल कालेज, अस्पताल व डिस्पेंसरियों में पहले से ही डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ की भारी कमी है ।

केवल फरीदाबाद में 5.30 लाख आईपी हैं । इनके परिवारों के सदस्यों को जोड़ दिया जाए तो संख्या कम से कम 14-15 लाख बनती है । इस बारे में हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने कोई भी ध्यान नहीं दिया । इनके लिए कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं किया है ।

ईएसआई डिस्पेंसरियों को बंद करने की हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की योजना का विरोध

फरीदाबाद की ट्रेड यूनियन काउंसिल कोविड अस्पताल का विरोधी नहीं है । कोविद मरीजों को विशेष ट्रीटमेंट दे कर उनके जीवन की रक्षा करना जरूरी है । लेकिन हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने ईएसआई आईपी होल्डर मजदूरों और उनके मरीजों को लात मार कर यह कदम उठाया है ।

जोकि आईपी मजदूरों के साथ नाइंसाफी है । स्वास्थ्य विभाग के मजदूर विरोधी इन कदमों का काउंसिल विरोध करता है । सिविल सर्जन, हेल्थ केयर फरीदाबाद को ज्ञापन देते समय सीटू, एटक, एचएमएस,एसकेएस, इंकलाबी मजदूर केंद्र, औद्योगिक ठेका मजदूर यूनियन के प्रतिनिधि कामरेड निरन्तर परासर, कामरेड राजपाल डांगी, कामरेड संजय मौर्या, कामरेड नितेश आदि मौजूद थे ।