एक तरफ जहां देशभर में वैश्विक स्तर पर फैल रही महामारी त्राहि-त्राहि की हुई है। ऐसे में लोग लॉकडाउन के चलते अपने घर में बंद हो चुके हैं, उनके पास आर्थिक गतिविधियों को चलाने के लिए कोई दूसरा विकल्प भी नहीं मिल रहा है,
क्योंकि लॉकडाउन के चलते अधिकांश कंपनियों से लेकर अधिकतर क्षेत्रों में पाबंदी लगाई गई है। ऐसे में लोग आर्थिक मंदी से जूझने के लिए मजबूर हो चुके हैं। वही अभी भी इंसानियत मरी नहीं है जिंदा है ऐसा ही एक उदाहरण रोहतक रोड के एक गांव द्वारा पेश किया गया है।
दरअसल, उक्त गांव के एक चहेते हेयर ड्रेसर की पिछले साल संक्रमण से मौत के बाद से ही उसका पूरा परिवार आर्थिक मंदी से जूझ रहा था। ऐसे में दोनों बेटियों की शादी के लिए पैसे एकत्रित कर पाना मुश्किल हो रहा था, मगर गांववासियों ने एकजुट होकर और भाईचारे का सही मायना समझाते हुए 3 लाख रुपए खर्च कर दोनों बेटियों की शादी करवाई।
बेरी रोहतक रोड के ककराना गांव निवासी हेयर ड्रेसर ठंडी राम की सामाजिक सेवा को याद करते हुए गांव के सभी लोगों ने उसकी दोनों बेटियों की शादी में भाईचारे की मिसाल पेश की।
छोची राजकीय स्कूल में अध्यापक और ककराना गांव निवासी रामवीर ककराना ने बताया कि ठंडी राम बीते 20 साल से गांव के लोगों की हेयर ड्रेसर के रूप में तो सेवा कर ही रहा था साथ ही गांव में जब भी कोई सामाजिक कार्यक्रम होता था तो वह बिना स्वार्थ के अपनी भागीदारी निभाता था।
समूचे गांव का चहेता हेयर ड्रेसर ठंडी राम था, उसे सभी जात बिरादरी के लोग पसंद करते थे और जब बीते साल कोरोना से उसका निधन हुआ तो उसके उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बीए कर चुकी हैं उसकी दोनों बेटियां वर्षा और मेघा की शादी किस तरीके से हो इसको लेकर उसकी पत्नी चिंतित रहती थी।
आय का कोई और साधन नहीं था जबकि ठंडी राम के दो बेटे छोटे हैं जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। परिवार के इस हालात को देखते हुए रामवीर ककराना की पहल पर समूचे गांव ने हेयर ड्रेसर की दोनों बेटियों की शादी में सामाजिक एकजुटता का परिचय दिया। कन्यादान करने के अलावा गांव की महिलाओं ने विभिन्न तरह के जरूरी और उपयोगी उपहार भी इन दोनों बेटियों शादी में दिए।
ठंडी राम की लड़कियों की शादी के लिए बारात जींद और जुलाना से आई हुई थी। सभी बाराती ककराना गांव की एकजुटता और भाईचारे की मिसाल देखकर हतप्रभ हो गए। बारातियों ने कहा कि वे इस गांव की बेटियों से रिश्ता जोड़कर गर्व का अनुभव कर रहे हैं।
गांव की किसी बेटी की शादी में कन्यादान करने का भी रिकॉर्ड ककराना गांव के लोगों ने बनाया है। बताया गया कि अभी तक 60 से 80 हजार रुपए का ही कन्यादान गांव की ओर से किसी भी परिवार की बेटी की शादी में हाेता रहा है। अब शुक्रवार को ऐसा पहली बार हुआ जब ठंडी राम हेयर ड्रेसर की दोनों लड़कियों की शादी में कन्यादान का आंकड़ा 3 लाख रुपए से पार हुआ।