फरीदाबाद पुलिस का गजब रूप, शेर- ओ-शायरी के माध्यम से लोगों को कर रहे है जागरूक

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आज तक आपने पुलिस कर्मियों को सड़क पर चौक चौराहों पर अन्य स्थानों पर जहां कोई घटना घटित होती है वहां एक्शन लेते हुए देखा होगा। मगर कभी आपने इनके दिल का दर्द देखा है। कभी आप ने इन पुलिसकर्मियों को शेरो शायरी करते देखा है। मगर फरीदाबाद पुलिस ना इन दिनों शेरो शायरी कर रही है, बल्कि अपने दर्दे दिल का बयान भी कर रही है।

वह भी टि्वटर हैंडल के माध्यम से। जहां वह ना सिर्फ फरीदाबाद वासियों को जागरूक करने के लिए दिन और रात जनसेवा में तत्पर हैं

फरीदाबाद पुलिस का गजब रूप, शेर- ओ-शायरी के माध्यम से लोगों को कर रहे है जागरूक

बल्कि संक्रमित होने के बावजूद भी अपने आप को स्वस्थ करके एक बार फिर आमजन की सेवा करने के लिए चौक चौराहा पर आकर खड़े हो गई है।

फरीदाबाद पुलिस का गजब रूप, शेर- ओ-शायरी के माध्यम से लोगों को कर रहे है जागरूक

पीपल्स पुलिस फरीदाबाद पुलिस नामक एक टि्वटर हैंडल है, जिसे फरीदाबाद पुलिस द्वारा ऑपरेट किया जा रहा हैं। इन दिनों यह आमजन के बीच में एक जनसंपर्क का कार्य कर रहा है,

फरीदाबाद पुलिस का गजब रूप, शेर- ओ-शायरी के माध्यम से लोगों को कर रहे है जागरूक

जहां आमजन को यह दिखाया जा रहा है कि किस तरह पुलिस विभाग झूठी अफवाहों से बचने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही तो वही वह इतवार की छुट्टी ना कर पाने के दर्द भी शेरो शायरी के जरिए बयान पर कर रही है।

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इस टि्वटर हैंडल पर किया गया एक पोस्ट आपको भी भावुक कर देगा जहां विभाग द्वारा लिखा गया है कि यह सच है “वह हर हफ्ते ही आता है लेकिन सबकी किस्मत में इतवार नहीं आता”! सच में कितनी भावुक कर देने वाली लाइन है ना, कि जहां इतवार के दिन हम और आप लोग अपने परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करते हैं, मनोरंजन करते हैं। मगर पुलिस वालों के लिए इतवार भी जैसे आमदिन की रहा होता है। उनके लिए इतवार नामक कोई चीज ही नहीं होती।

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चाहे आंधी आ जाए या तूफान आ जाए। जब हम अपने घरों में दुबक के चाय पकौड़ा के साथ में बाहर का नजारा देख रहे होते हैं, तो वहीं यह पुलिसकर्मी आसमान के नीचे बारिश में भीगते हुए अपनी ड्यूटी निभाने में मग्न रहते हैं।

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एक और पोस्ट जो आपकी भी आंखों को नम कर देगी। जहां उन्होंने लिखा है “रात मुझे मां की तरह गोद में ले ले दिन भर की मशक्कत से बदन टूट रहा है”
इंसान तो इंसान होता है चाहे वह पुलिसवाला हो या फिर आम इंसान। थकावट हर किसी को होती है लेकिन इस थकावट को दूर करने के लिए आराम हर किसी के नसीब में नहीं होता।

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यह तस्वीरें ना सिर्फ आमजन को आइना दिखा रही है बल्कि पुलिस कर्मियों की सच्चाई भी सामने रख रही है कि उनकी मशक्कत और इमानदारी से समाज सेवा का भाव शायद ही होगा कोई जो होगा जो इसे चुका पाएगा। इतना ही नहीं फरीदाबाद पुलिस विभाग द्वारा की गई एक अलग तरीके की पहल जिसे जितना सराहा जाए उतना कम है।