सरकार द्वारा टीकाकरण का अभियान जोरों शोरों से चालू है।हर कोई व्यक्ति इस समय यह चाहता है कि उसको टीका लग जाए जिससे वह इस महामारी से थोड़ा बहुत सुरक्षित हो जाए। कहते हैं अगर टीका लग गया तो आपकी इम्यूनिटी थोड़ी सी स्ट्रांग हो जाती है व बढ़ जाती है।
जिससे महामारी से लड़ने के एंटीबायोटिक आपकी बॉडी में बनने शुरू हो जाते हैं। उसी के चलते सबसे पहले सरकार द्वारा 45 से ऊपर लोगो के टीकाकरण की शुरुआत की गई थी। जैसे जैसे समय बदलता रहा वैसे वैसे 18 से ऊपर टीकाकरण शुरू करा दिया गया।
ज्यादा से ज्यादा लोग टीका लगवाए पर जब 18 से ऊपर के युवा टीकाकरण के लिए पहले पंजीकरण करते थे तो उसमें परेशानी का सामना देखा गया है।
लोगों के पंजीकरण होने में परेशानी देखी गई है। जिसके चलते महामारी के बचाव के टीके के लिए अब युवाओं को ऑनलाइन पंजीकरण कराने के लिए और दिक्कत उठाने की जरूरत नहीं है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने सरकार से अनुमति लेकर टीकाकरण केंद्रों पर ही पंजीकरण कर के टीका लगवाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
इससे किसी भी व्यक्ति को स्लॉट बुक करने में कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और पंजीकरण में काफी लोगों को मदद मिलेगी। पहले देखा गया है कि जो लोग पंजीकरण कराते थे उनका नाम उनकी लिस्ट में ना आने के कारण वह बार-बार केंद्रों पर जाकर भीड़ इकट्ठा कर रहे थे।
जिसके कारण उन्हें और दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। जिससे काफी लोगों के टीका लग नहीं पाए। जब यह परेशानी स्वस्थ अधिकारियों को पता चली तो उन्होंने सरकार से कहकर केंद्रों पर पंजीकरण की अनुमति लेकर टीका लगाना शुरू कर दिया।
जिससे लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा इस समय वैक्सीन की बहुत ज्यादा कमी है। सिर्फ प्रतिदिन 100 से 150 डोज ही केंद्रों पर उपलब्ध कराई गई है और 150 से ऊपर संख्या में लोग टीका लगाने पहुंच जाते हैं।
जिससे स्वास्थ्य कर्मियों और वह खुद भी परेशानी का सामना करते हैं और दिन प्रतिदिन यह भी देखा जा रहा है कि दिल्ली से लोग फरीदाबाद आ कर टीका लगवा रहे हैं और यहां के जिले वासी इस चीज से वंचित नहीं है।
इसी कारण सरकार द्वारा उसी टाइम पंजीकरण की मंजूरी ली गई। सरकार की यह उम्मीद है कि जल्द से जल्द ठीक ओ को ज्यादा संख्या में मंगाया जाए और हर जिले के व्यक्ति को वह टीका लगे।