पुलिस आयुक्त ओपी सिंह के दिशा-निर्देश पर कार्य करते हुए महिला थाना एनआईटी की टीम ने 18 वर्षीय युवती के साथ बलात्कार करने वाले तीनों आरोपियों को मात्र 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में राधेमोहन, मनोज और नरेंद्र का नाम शामिल है।
पुलिस को दी अपनी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि 8 वर्ष पहले उसके पिता का देहांत हो गया था इसलिए घर की जिम्मेवारी उसके मां के कंधों पर आ गई थी। लड़की के तीन भाई बहन हैं और उनकी परवरिश के लिए उसकी मा झाड़ू-पोछा लगाने का काम करती है।
आजीविका चलाने के लिए युवती भी अपनी मां की तरह आरोपी राधे मोहन के ऑफिस में झाड़ू पोछा लगाने का काम करती थी।
दिनांक 23 मई की शाम जब वह आरोपी राधे मोहन के ऑफिस झाड़ू पोछा लगाने गई तो वहां पर आरोपी राधेश्याम के साथ दूसरा आरोपी मनोज भी वहां पर मौजूद था।
आरोपी राधे मोहन युवती को बहला-फुसलाकर जमीन दिखाने के बहाने से जीवन नगर अपने साथ ले गया जहां पर इनका तीसरा साथी आरोपी नरेंद्र भी मौजूद था।
तीनों आरोपियों में से आरोपी मनोज और आरोपी नरेंद्र ने युवती के साथ बलात्कार किया और आरोपी राधे मोहन व आरोपी मनोज ने उसके साथ मारपीट की तथा किसी को भी इस बारे में न बताने की धमकी दी और कहा कि यदि उसने इस बारे में किसी को कुछ भी बताया तो वह उसे जान से मार देंगे।
युवती ने आरोपियों से डरे बिना साहस का परिचय देते हुए घटना के बारे में अपनी मां को बताया जिसके पश्चात युवती ने अपनी मां के संग आकर तीनों आरोपियों के खिलाफ महिला थाना एनआईटी में इसकी शिकायत दी।
युवती की शिकायत पर आरोपी मनोज और नरेंद्र के खिलाफ बलात्कार व आरोपी राधे मोहन के खिलाफ षड्यंत्र रचने की धाराओं के तहत महिला थाना एनआईटी में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए जिस पर कार्य करते हुए महिला थाना एनआईटी की टीम ने गुप्त सूत्रों की सहायता से आरोपियों को मात्र 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों को गिरफ्तार करके सरकारी अस्पताल में उनका मेडिकल करवाया गया और इसके पश्चात अदालत में पेश करके तीनों आरोपियों को नीमका जेल भेज दिया गया है।