19 दिन में 71 वर्षीय महिला ने दी महामारी को मात, ठीक होने के बाद कहीं यह बात

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जीने की इच्छा हो और डॉक्टरों का पूरा साथ हो तो इंसान के सामने बड़ी से बड़ी बीमारी घुटने टेक देती है। ऐसा ही एक मामला जिले से आ रहा है। जहां नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा 19 दिन के उपचार के पश्चात अब 71 वर्षीय किरन चौहान ठीक हो चुकी है और उन्होंने डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया है।


दरअसल, पीड़ित महिला के गुर्दा में पहले से दिक्कत थी। वह तीन आपरेशन झेल चुकी और गाल ब्लैडर और यूट्रस पहले से निकाले जा चुके है। ऐसे में किसी बुजुर्ग को कोरोना हो जाए और फेफड़ों में 75 फीसद इन्फेक्शन के साथ आक्सीजन का स्तर महज 35 पर पहुंच जाना। ऐसे मामलों को देख कर तो निजी अस्पताल के डाक्टर भी न कह देते हैं, क्योंकि ठीक होने की आशा कम दिखाई देती है।

19 दिन में 71 वर्षीय महिला ने दी महामारी को मात, ठीक होने के बाद कहीं यह बात

अब यह 71 वर्षीय किरन चौहान में जीने की प्रबल इच्छा और आत्मबल का ही कमाल था कि जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल में 19 दिन उपचार कराने के बाद जब 22 मई को डाक्टरों ने कहा कि अब वो संकट से बाहर निकल चुकी हैं और घर जा सकती हैं। व्हील चेयर पर बैठी किरण चौहान विक्ट्री चिन्ह बनाए बेटे सुनील संग जब घर को रवाना हुई, तो यह बताने के लिए काफी था कि वो कोरोना को पराजित कर चुकी हैं।

जानकारी के मुताबिक उन्हें दो मई को हल्का सा बुखार हुआ। घर पर दवा ली, पर बुखार नहीं उतरा। घर पर ही काढ़ा और दवाई लेती रही। चार मई को जब सांस लेने में कुछ दिक्कत हुई। सुनील बुजुर्ग मां को गाड़ी में लेकर एक-एक कर शहर के सात निजी अस्पतालों में गया। लेकिन सभी ने बेड न होने की बात कह कर परेशानियों से भरे मां-बेटे की मुश्किलों को और बढ़ा दिया।

19 दिन में 71 वर्षीय महिला ने दी महामारी को मात, ठीक होने के बाद कहीं यह बात

सुनील अपनी मां को बादशाह खान अस्पताल लेकर गए। आवश्यक जांच में सामने आया कि फेफड़े 75 फीसद संक्रमित हो चुके हैं। खैर इमरजेंसी में ही डा.प्रशांत सोनी, डा.मोनिका, डा.सुमाती व डा.सोनू की देखरेख में उपचार शुरू हुआ। सुनील और वायुसेना में कार्यरत बड़े भाई अनिल इमरजेंसी में ही मां की देखभाल में जुट गए।

ऐसे में लगातार 19 दिनों तक इमरजेंसी में ही रहना पड़ा। अब आइसोलेशन में स्वस्थ लाभ ले रही है। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि संक्रमित होने पर हिम्मत न हारें, ईश्वर पर विश्वास रखें और डाक्टरों की सलाह अनुरूप दवा लें। संक्रमण अपने आप भाग जाएगा।