एक बहुत पुरानी और प्रसिद्ध कहावत है आसमान से गिरे और खजूर के पेड़ पर अटके। इन दिनों यह कहावत हरियाणा के अंतर्गत आने वाली हरियाणा राज्य में बखूबी सार्थक होती हुई देखी जा सकती है। एक तरफ जहां प्रदेश में आए दिन संक्रमित मरीजों की संख्या कम सर दर्द का कारण बनी हुई थी,
जो ब्लैक फंगस नामक बीमारी में भी मरीजों पर हमला करना शुरू कर दिया है। वहीं शुक्रवार को पूरे प्रदेश भर में ब्लैक फंगस की गिरफ्त में 133 नए मरीजों का आंकड़ा शामिल किया गया।
सबसे हैरानी की बात तो यह है कि ब्लैक फंगस से एक ही दिन में पूरे प्रदेश में 18 मरीजों की मौत दर्ज की गई। वहीं तक कुल संख्या की बात की जाए तो ब्लैक फंगस की संख्या 756 तक जा पहुंची है। इनमें से 648 मरीजों का अलग-अलग मेडिकल कॉलेज में इलाज में जारी हैं। जबकि अच्छी बात तो है
कि इनमें 58 मरीज पूरी न व स्वस्थ भी हो चुके हैं। बीते गुरुवार की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ब्लैक फंगस से मरने वालों की संख्या 32 थी, जबकि कुल केस 623 थे। अब कुल मृतकों की संख्या 50 हो गई है।
प्रत्येक जिलें में ब्लैक फंगस के आए इतने मामले
स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, अब तक अंबाला में 7, भिवानी 9, फरीदाबाद 48, फतेहाबाद 12, गुरुग्राम 216, हिसार 179, झज्जर 13, कैथल-यमुनानगर-कुरुक्षेत्र 1-1, करनाल 27, नूंह 14, पंचकूला 5, पानीपत 34, रेवाड़ी 5, रोहतक 145, सिरसा में 39 ब्लैक फंगस के केस आ चुके हैं। इनमें से फरीदाबाद में 1, फतेहाबाद 4, गुरुग्राम 33, हिसार 5, करनाल, 2 रोहतक 1 और सिरसा में 12 मरीज ठीक हो चुके हैं।
अब मौजूदा हालात में सुधार करने के लिए समय पर दी जाने वाली वैक्सीन की हरियाणा में भारी गिरावट है। ऐसे में सरकार द्वारा पहले ही अप्रैल के अंतिम सप्ताह में 66 लाख कोरोना वैक्सीन का ऑर्डर दिया था। जबकि इसका पांचवां हिस्सा ही हरियाणा को मिला है। उधर, सरकार ने वैक्सीन और ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की कमी को पूरा करने के लिए वैश्विक निविदा जारी की है। यह निविदा कोरोना वैक्सीन की एक करोड़ खुराक और ब्लैक फंगस के 15 हजार इंजेक्शन के लिए जारी की गई है।