हरियाणा : भारत की राजधानी दिल्ली पहुंचे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करीब 1 घंटे 20 मिनट तक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान मीटिंग से निकलने के बाद खट्टर मुदित तो दिखाई दिए,
साथ ही इस मीटिंग में उन्हें बताए गए मूल मंत्र बताना भी खट्टर ने जरूरी नहीं समझा। मगर इतना कहते हुए जरूर नजर आएं कि बैठक में हरियाणा में किसान संगठनों के आंदोलन के प्रभाव पर भी चर्चा हुई।
वहीं संक्रमण की तीसरी वेब से बचाव हेतु हरियाणा में किए गए प्रबंध पर संतुष्टि भी व्यक्त की। वहीं पीएम ने भी खुद इस संक्रमण की लहर से सचेत और सतर्क रहने की नसियत भी दी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री के समक्ष प्रदेश में ब्लैक फंगस की दवा और वैक्सीन की कमी का भी बखान किया। इस बाबत पीएम द्वारा हरियाणा को जो आवश्यकता है, उसकी जानकारी गृहमंत्री अमित शाह को देने का निर्देश दिया है।
प्रधानमंत्री से मिलकर मुख्यमंत्री हरियाणा भवन लौट गए। देर रात फिर भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मिलने पहुंचे और फिर वापस हरियाणा भवन लौटे। मनोहर लाल रविवार ही चंडीगढ़ से दिल्ली पहुंच गए थे।
यहां उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात से पहले ही रविवार शाम और फिर सोमवार सुबह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ वरिष्ठ जनों के साथ विभिन्न मुद्दों पर उनका परामर्श लिया और मार्गदर्शन प्राप्त किया। उन्होंने इस बात से इन्कार कर दिया कि प्रधानमंत्री के साथ मंत्रिमंडल विस्तार या फिर किसी राजनीतिक मुद्दे पर प्रधानमंत्री से कोई चर्चा हुई है।
मनोहर लाल ने शाम को भाजपा सांसदों डाक्टर अरविंद शर्मा, रमेश कौशिक, सुनीता दुग्गल से भी मुलाकात की। हरियाणा भवन में वह आम जन से भी मिले।
इस दौरान उन्होंने फरीदाबाद के व्यापारियों के समक्ष राज्य में सरकारी स्थलों के लीज धारकों को भी बड़ी राहत दी। अब लीज धारक सरकार से मालिकाना हक लेने के लिए जमा कराने वाली कलेक्टर रेट की कुल राशि का 75 फीसद बैंक से ऋण भी ले सकेंगे।