हरियाणा में लॉकडाउन के दौरान बाजार बंद रहने से छोटे दुकानदार सहित अन्य व्यापारियों को भी काफी नुकसान हुआ है। व्यापारियों की घरेलू आर्थिक स्थिति अधिक प्रभावित ना हो उसके लिए मनोहर सरकार ने व्यापारियों को कई तरह की बड़ी छूट देने के साथ सात जून तक लॉकडाउन लगाया है।
व्यापारी और छोटे उद्योगों के उद्यमी बोर्ड के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान के कुछ खर्चों में राहत मांग रहे हैं। व्यापारी चाहते हैं कि उनसे बंद संस्थानों के बिजली बिल केवल बिजली खपत के ही लिए जाएं। बोर्ड के चेयरमैन राम निवास गर्ग इन दिनों पंचकूला में हैं और वे इस बाबत मुख्यमंत्री से भी मिलने वाले हैं।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला का कहना है कि कोविड-19 के इस मुश्किल दौर में व्यापारी विशेषकर लघु एवं मझले उद्योगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। अभी हाल ही में हमारे संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अमित गुप्ता की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक में व्यापारियों ने कुछ मांग रखी थीं। इनमें कुछ मांग केंद्र व कुछ राज्य सरकार से पूरी होनी हैं। इन्हें हमने सरकार तक पहुंचाया है।
हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन राम निवास गर्ग का कहना है कि लॉकडाउन में यूं तो सभी वर्ग प्रभावित हुआ है। खुद सरकार का भी राजस्व प्रभावित हुआ है। मगर हमने व्यापारियों की मांग संबंधी एक राहत पैकेज का मसौदा तैयार है।
हम चाहते हैं कि राज्य सरकार अपने स्तर पर जो राहत व्यापारियों को दे सकती है, उसे जरूर दे, ताकि व्यापारियों की मुश्किल भी कम हों। मैं इस राहत पैकेज के मसौदे पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से शीध्र मिलने वाला हूं। उम्मीद है कि व्यापारियों के लिए कई राहत मिलेंगी।