आज यानी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस हैं। जहां एक और प्रशासन, पुलिसकर्मी व अलग-अलग संस्थाएं आज पौधे लगा कर, हमारे पर्यावरण को हरा-भरा बना रहे हैं।
एक व्यक्ति के पौधे लगाने के बाद, हमारी आने वाली पीढ़ी को भी स्वच्छ और हरा भरा पर्यावरण मिलेगा। पर आज वन विभाग द्वारा सेक्टर 3 में लगे पौधों को काटा गया।
यह पेड़ सेक्टर 3 के पुल पर काटा गया है । उस एरिया के पार्षद दीपक चौधरी ने बताया कि केवल 58 पेड़ काटने की अनुमति वन विभाग को दी गई थी। लेकिन उससे कही ज्यादा पेड़ों को काटा गया है। उन्होंने बताया कि आज यानी विश्व पर्यावरण दिवस पर ऐसा कार्य किया है वह बहुत ही गलत है।
स्थानीय निवासी केदारनाथ ने बताया कि यह पेड़ उन्होंने लगाया गया था। उनके द्वारा बताया गया कि यह नीम का पेड़ उन्होंने अपनी बेटी के जन्म पर 2003 में लगाया था। पिछले 18 साल से उन्होंने नीम के पेड़ की अपनी संतान की तरह पाला है।
वह समय-समय पर उसका ध्यान रखते थे, उसको ढंग से पानी देते थे व समय समय पर उन पर खाद डाली जाती थी। परंतु उसके बावजूद भी पेड़ को वन विभाग के अधिकारियों द्वारा काट दिया गया। जब उन्हें रोकने की कोशिश की गई तो उन्होंने किसी की नहीं सुनी और यह कह दिया कि उनको ऊपर से आदेश मिले हैं कि यह पेड़ काटना है।
आज पर्यावरण दिवस पर यह पेड़ कटना बहुत ही गलत बात है। लोगों के द्वारा इसकी शिकायत नगर निगम होटिक्लचर चीफ बीरेंदर कदम को कर दी गई है और sdm को मौके पर पहुँचकर जायज़ा लेने के निर्देश दे दिए गए है।
सभी चाहते हैं कि पेड़ों के गिनती की जाए और यह आंकड़ा सामने ला जाए कि कितने पेड़ कटे हैं, कितने पेड़ काटे जाने चाहिए थे। आज के दिन ऐसा करना बहुत ही गलत बात थी।
कुछ दिनों पहले लोग ऑक्सीजन के लिए दर-दर भटक रहे थे और काफी डॉक्टर द्वारा भी यह बताया गया हैकि नीम के पेड़ के नीचे भी हमें ऑक्सीजन मिलती है। उसी को आज काटा गया है, तो आप सोच भी नहीं सकते हैं कितनी ऑक्सीजन आज हमने अपने हाथों से खुद खत्म करी है और हमारे पर्यावरण को कितनी चोट पहुंचाई है।