दुकानदारों का अतिक्रमण बन रहा है ट्रैफिक जाम का कारण, कार्यवाही के बाद भी नही है कोई सुधार

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महामारी की दूसरी लहर का कहर कम होने के पश्चात लेफ्ट राइट और ओड इवन का फार्मूला समाप्त कर प्रशासन ने बाजारों में दोनों तरफ की दुकाने खोलने के आदेश दे दिए।

इससे मार्किटों में भीड़ बढ़ गई है। मार्किट में ज्यादातर दुकानदार ट्राली पर अपनी दुकानों के बाहर सामान बेचते है और अतिक्रमण करते है। जिससे मार्किट में जाम की स्थिति बनी रहती है और लोगों को आवागमन करने और शॉपिंग करने में काफी परेशानी हो रही है।

दुकानदारों का अतिक्रमण बन रहा है ट्रैफिक जाम का कारण, कार्यवाही के बाद भी नही है कोई सुधार

दरअसल, लम्बे समय के पश्चात एक बार फिर कोरोना की गाइडलाइन्स को ध्यान में रखकर दुकानदारों को दुकानें खोलने की अनुमति प्रशासन ने दी है। लेकिन कुछ दुकानदार अपनी दुकान के बहार ट्राली में लगाकर कपड़े बेचते है। जिससे मार्किट में भीड़ होती है और लोगों का आवागमन अवरुद्ध होता है। मार्किट में भीड़ होने के कारण पांच मिनट के रास्ते को तय करने में अक्सर 15 से 20 मिनट का समय लगता है।

कई बार हो चुकी है कार्यवाही
गौरलतब है एनआईटी मार्किट नंबर एक में दुकानदारों द्वारा किये गए अतिक्रमण पर नगर निगम का पीला पंजा चल चुका है। लेकिन कुछ समय एक पश्चात हालात बिलकुल समान हो जाते है।

दुकानदारों का अतिक्रमण बन रहा है ट्रैफिक जाम का कारण, कार्यवाही के बाद भी नही है कोई सुधार

यानि निगम अधिकारीयों और दुकानदारों की आपसी मिलीभगत के कारण दुकानदार दोबारा मार्किटों में अतिक्रमण करते है। जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ता है। पुलिस प्रशासन को ऐसे दुकानदारों और अधिकारियों की नकेल कसनी चाहिए। जिससे बाजार में अतिक्रमण न हो सके।

मार्किटों में इससे बढ़ा अतिक्रमण
महामारी के कारण लगे लॉक डाउन से सभी पर आर्थिक तंगी की मार पड़ी है। ऐसे में ज्यादातर लोगों ने रेहड़ियां लगानी शुरू कर दी है। अब मार्किट में दुकानदार अपनी दुकानों के सामने अतिक्रमण तो करते है अन्य भी मार्किट में यहां वहां रेहड़ियां लगाकर सामान बेचते है। ऐसे में बाजारों में हमेशा जाम स्थिति बनी रहती है और आवागमन में काफी परेशानी होती है।