कर्मचारियों का दर्द : निगम में करोड़ों के घोटालों की नहीं होती सही जांच,रोक देते हैं हमारा वेतन

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फरीदाबाद : नगर निगम पिछले कई महीनों से आर्थिक तंगी से जूझ रहा है ऐसे में समय पर वेतन ना उपलब्ध कराने पर खासा नाराज सफाई कर्मचारियों ने अपना दोस्त प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। ऐसे में कर्मचारियों के प्रदर्शन को देखते हुए अब नगर निगम म्यूनिशिपल फेडरेशन के सभी कर्मचारियों ने भी वेतन की मांग को लेकर नगर निगम परिसर में चल रहे आन्दोलन को अपना समर्थन दिया। प्रदर्शन की अध्यक्षता सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर तथा फेडरेशन के अध्यक्ष रमेश जागलान ने संयुक्त रूप से की।

कर्मचारियों का समर्थन देते हुए अब दोनों यूनियनों के पदाधिकारियों ने 21 जून को तीनों जाेन में टूल डाउन हड़ताल करने की घोषणा की। उधर दूसरी तरफ कर्मचारियों का कहना है कि निगम द्वारा वेतन की व्यवस्था न करना कोई लाचारी नहीं बल्कि लापरवाही है जानबूझकर कर्मचारियों की वेतन का व्यवस्था निगम द्वारा नहीं की गई है।

कर्मचारियों का दर्द : निगम में करोड़ों के घोटालों की नहीं होती सही जांच,रोक देते हैं हमारा वेतन

वेतन न मिलने से गुस्साएं कर्मचारी नेताओं ने कहा कि आए दिन नगर निगम में करोड़ों रुपए के घोटाले के मामले उजागर होते रहते है, मगर उनकी सही ढंग से जांच तक नहीं हो पाती। छोटे कर्मचारियों की नौकरी से बलि चढ़ जाती है। बड़े-बड़े अधिकारी पाक साफ निकल जाते है। जबकि नगर निगम का छोटा सा कर्मचारी भी इस कोरोना काल में सरकार की साख बचाने के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर रहा है।

प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर ने कहा कि निगम कमिश्नर डॉ. गरिमा मित्तल बीट एडवांस पैसे देने की बात तो कर रही हैं मगर मई माह का वेतन साथ देने से इंकार कर दिया। जिससे कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ रही है। अब कर्मचारियों ने साफ कहा है कि जब तक उनका वेतन बैंक खातों में नहीं भिजवाया जाता तब तक कर्मचारी नगर निगम के गेट पर आन्दोलन करेंगे। निगम कमिश्नर के अड़ियल रूख को देखते हुए नगर निगम की यूनियनों ने संयुक्त रूप से यह फैसला लिया है कि आगामी 21 जून को तीनों जोन कार्यालयों में काम काज ठप कर टूल डाउन हड़ताल करेंगे।

कर्मचारियों का दर्द : निगम में करोड़ों के घोटालों की नहीं होती सही जांच,रोक देते हैं हमारा वेतन
कर्मचारियों का दर्द : निगम में करोड़ों के घोटालों की नहीं होती सही जांच,रोक देते हैं हमारा वेतन

विरोध प्रदर्शन में रमेश जागलान, सोमपाल झिझोटिया, गुरचरण, शब्बीर खान, श्रीनंद ढकोलिया, नानकचंद खैरालिया, नरेश बैंसला, रमेश पहलवान, सुरजीत नागर, दान सिंह, जितेन्द्र, विजय चावला, बल्लू चिण्डालिया, कमला, रोहताश रेढू, जगदीश बालगुहेर, नरेश भगवाना, दीपक तमोली, मुकेश सन्नूराम, केसर प्रधान, देशराज डाबर, सूरज कीर, विनोद, नैन सिंह, दीपक भगवाना, सुरजीत उज्जीनवाल, सुनीता, नानक चौधरी, सुलोचना, सुरसती, सत्तो आदि शामिल थे।