नगर निगम सफाई कर्मचारियों ने आज अपनी मांगों को लेकर जिला उपायुक्त यशपाल यादव को ज्ञापन सौंपा तथा जमकर नारेबाजी की।
सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान नरेश शास्त्री ने बताया कि प्रशासन का सफाई कर्मचारियों पर कोई ध्यान नहीं है। महामारी के समय में सफाई कर्मचारियों ने फ्रंटलाइन वर्कर्स की तरह काम किया परंतु फिर भी प्रशासन हमारी मांगों को अनदेखा कर रहा है।
दरअसल, नगर निगम की आर्थिक स्थिति इन दिनों बद से बदतर होती जा रही है। आर्थिक तंगी से जूझ रहा नगर निगम अपने कर्मचारियों को भी समय पर वेतन नहीं दे पा रहा जिसको लेकर पिछले 3 दिनों से सफाई कर्मचारियों सहित अन्य कर्मचारी संघ ने टूल डाउन किया हुआ था वही आज सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।
प्रधान नरेश शास्त्री ने बताया कि वर्ष 2020 से लेकर 2021 तक सफाई कर्मचारियों को डीए नहीं मिला है। सरकार कर्मचारियों के डीए की मांग को पूरी करें वहीं सफाई कर्मचारियों को महामारी की वैक्सीन उपलब्ध करवाएं।
शास्त्री ने बताया कि सरकार कर्मचारियों के 2500 करोड रुपए को डकार चुकी है, सर्व कर्मचारी संघ इस बात की भर्त्सना करता है। उन्होंने सरकार से ठेकेदारी प्रथा खत्म करने की भी मांग की है तथा उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि सफाई कर्मचारियों की सभी मांगों जल्द से जल्द पूरी की जाए।
सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन शहर पर पड़ रहा है भारी
नगर निगम सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन शहर पर भारी पड़ रहा। प्रदर्शन के कारण 4 दिन से शहर के 40 वार्डो की सफाई नहीं हो पाई है हालांकि कर्मचारियों को वेतन देने के लिए 17 लाख आ चुके हैं और बैंक में भी इस आशय का पत्र भेज दिया गया है परंतु गेहूं खरीद के लिए एडवांस राशि न मिलने के कारण अभी हड़ताल चल रही है वही आज सफाई कर्मचारियों ने जिला उपायुक्त को अपनी अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है।