फरीदाबाद : कोरोना वायरस ने जिस पहर से देश में कदम रखा है। उसके बाद से ही कोरोना वायरस को हराने की जंग में सरकार द्वारा फैस मास्क और सोशल डिस्टेंस को हथियार बनाने की बात कही जा रही है।
सरकार द्वारा अब सख्त निर्देश दिए हैं कि अगर कोरोना को अपने दूर भगाना है तो फैस मास्क जरूर लगाना है। लेकिन अभी भी लोगों की आंखों में कोरोना वायरस का डर उनके काम के आड़े आ रहा है।
लोगों को सिर्फ इस बात की चिंता है कि लोक डाउन के चलते उनके दैनिक कार्यों में असर पड़ रहा है। तभी कोरोना वायरस संक्रमण से बेखौफ लोग बिना किसी सेफ्टी के सड़कों पर घूम रहें है।
लेकिन अब जनता की सुरक्षा की कमान सरकार ने पुलिस प्रशासन को सौंप दी है। जिसके अनुसार यदि कोई भी व्यक्ति बिना फैस मास्क के सड़कों पर या यहां तक गलियों में घूमते हुए दिखा तो उसके खिलाफ पुलिस प्रशासन सख्त कानूनी कार्यवाही करेगी।
जरूरतमंद के लिए एक अलग और सस्ता विकल्प
फैस मास्क पहनने का निर्देश यदि हर वर्ग पर लागू होता हैं, तो ऐसे में पाई – पाई रोटी के लिए मोहताज लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। क्योंकि जिन लोगों के पास दो वक़्त की रोटी का इंतजाम करने के लिए आर्थिक तंगी है।
तो ऐसे में इन लोगों को भी अपनी सुरक्षा के साथ समझौता ना करना पड़े, इसके लिए ऐसे लोग मार्केट से मंहगा फैस मास्क खरीदने की वजह रुमाल या गमछा इत्यादि से अपना मुंह ढक सकते है। लेकिन इतनी सुविधा देने के बावजूद लोग अपनी सुरक्षा से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आए तो, सरकार भी समाज की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए तैयार रहेगी।