इस बेटी ने अपने स्वर्गवासी पिता को दिया तोहफा, ये बड़ा काम कर के पिता का किया सपना पूरा

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    किसी भी लड़की के लिए उसके पिता सबसे ज़्यादा महत्व रखते हैं। पिता और बेटी का रिश्ता सबसे अनमोल है। पितृ दिवस पर सभी अपने पिता को स्पेशल गिफ्ट देते हैं। साथ ही इस दिन को अच्छे से मनाने के लिए अनेक तैयारियां भी करते हैं। इस वर्ष 2021 में पितृ दिवस के अवसर पर एक बेटी ने अपने पिता को इतना नायाब तोहफा दिया है, जो एक पिता के लिए उससे बड़ी खुशी की बात कुछ और नहीं हो सकती, लेकिन पिता को यह खुशी मरणोपरांत मिली है।

    इस गिफ्ट को देकर बेटी की आँखों में थोड़े आंसू भी आये लेकिन ख़ुशी वाले। हर कोई इस बेटी पर गर्व कर रहा है। आगरा के कमलानगर निवासी रिचा पराशर ने अपने पिता के सपने को पूरा करने का निश्चय किया और अपनी कठिन मेहनत से थल सेना में भर्ती होकर सपने को साकार किया। रिचा जब अपने पिता की तस्वीर के सामने गईं, तब उनके चेहरे पर सपना सच करने की मुस्कान और आंखों में पिता से दूर होने का दुख भी था।

    इस बेटी ने अपने स्वर्गवासी पिता को दिया तोहफा, ये बड़ा काम कर के पिता का किया सपना पूरा

    ताजनगरी की बेटी ने कमाल किया है। इस तोहफे को देकर उनके परिवार में सभी के चेहरों पर मुस्कान थी। रिचा का मई 2021 में थल सेना में ऑफिसर के पद के लिए चयन हुआ है। उनके पिता का सपना था कि बेटी भारतीय सेना में ऑफिसर बनें। रिचा ने भी अपने पिता के सपने को जीवन का लक्ष्य बनाकर उसे हासिल भी किया। 29 मई को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी, चेन्नई में पासिंग आउट परेड में रिचा को दो गोल्ड मेडल के साथ ही ट्रेनिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए श्रेष्ठता पत्र भी दिया गया था।

    इस बेटी ने अपने स्वर्गवासी पिता को दिया तोहफा, ये बड़ा काम कर के पिता का किया सपना पूरा

    बेटी होतो ऐसी की चर्चा उनके घर के आस – पास होने लगी है। हर किसी के लिए यह काफी प्रेरणादायक है। उन्होंने सेंट कानरेड्स इंटर कॉलेज से 12वीं और आगरा कॉलेज से एमफिल किया है। रिचा NCC में भर्ती के तहत सिर्फ पांच रिक्तियों में पूरे भारत देश में तीसरा स्थान हासिल किया था। रिचा के पिता ब्रजेश पाराशर पुलिस विभाग में हेड ओपरेटर थे। वर्ष 2004 में बीमारी के कारण उनका स्वर्गवास हो गया। उस समय रिचा महज सात-आठ वर्ष की थी।

    इस बेटी ने अपने स्वर्गवासी पिता को दिया तोहफा, ये बड़ा काम कर के पिता का किया सपना पूरा

    छोटी सी उम्र में पिता को खो देना उनके लिए सदमे से कम नहीं था। उन्होंने खुद को कमज़ोर नहीं होने दिया। रिचा अपने पिता के मुंह से अक्सर सुनती थी कि सेना में अफसर बनकर देश की सेवा करनी है। पिता के इस सपने को सच करने के लिए रिचा ने कठिन मेहनत की, जिसका परिणाम आज सबके सामने है। वर्तमान में रिचा की पोस्टिंग पश्चिम बंगाल में है।