कन्यादान की रस्म में माता-पिता ने भेंट किया बड़ का पौधा, पहले भी आ चुके हैं सुर्ख़ियों में

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शादी के लिए बुलावा देने के लिए परंपरागत कार्ड देने की बजाय सैनिटाइजर की बोतल पर निमंत्रण प्रकाशित करवाना और मिठाई की जगह मास्क देने के बाद बल्लभगढ़ निवासी पवन वर्मा व उनकी धर्मपत्नी पूनम वर्मा ने फेरों के बाद कन्यादान की रस्म के दौरान बेटी प्रियंका वर्मा व दामाद संजीव को बड़ के पौधे भेंट किए।

शादी एक जुलाई की रात थी। फरीदाबाद-पलवल रोड पर स्थित विवाह स्थल पर फेरों के बाद नया संसार शुरू करने व गृहस्थी के लिए जरूरी ज्ञान की बातें व नियम बताए जाते जाते हैं। पंडित ने यह सब जानकारी देने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने का दूल्हा-दुल्हान से संकल्प भी कराया।

कन्यादान की रस्म में माता-पिता ने भेंट किया बड़ का पौधा, पहले भी आ चुके हैं सुर्ख़ियों में

फेरों के बाद विवाह स्थल के पास खाली पड़ी जमीन पर वर-वधू और समधियों ने तीन पीपल के और दो बड़ के पौधे भी रोपे। इन पौधों की ठीक से देखभाल हो, इसके लिए एक माली को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
एमटेक तक शिक्षित व बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत

इंजीनियर प्रियंका वर्मा व उनके जीवन साथी संजीव कुमार नरेला निवासी नई दिल्ली ने कहा कि हर महीने खुद भी पौधों को देखने के लिए आएंगे। पवन वर्मा ने मौके पर समधी राकेश वर्मा को भी बड़ का पौधा भेंट किया। इससे पहले पवन वर्मा ने बेटी की शादी के लिए जो निमंत्रण पत्र तैयार किया था, वो सैनिटाइजर की बोतल पर प्रकाशित किया गया था।

कन्यादान की रस्म में माता-पिता ने भेंट किया बड़ का पौधा, पहले भी आ चुके हैं सुर्ख़ियों में

बोतल की पैकिंग पर भी विवाह समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया गया और वधू पक्ष की ओर से निमंत्रण के साथ मिठाई की जगह मास्क दिए गए। सीबी ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पवन वर्मा के अनुसार बिटिया की शादी पहले 17 जून को तय थी, पर उससे पहले कोरोना संक्रमण का बुरा दौर शुरू हो गया।

कोरोना की चपेट में वधू और वर पक्ष के कई लोग आ गए। ईश्वर की कृपा रही कि सभी बुरे दौर से निकल आए और अब स्वस्थ हैं। इसके बाद शादी की नई तारीख एक जुलाई निकाली गई और यह बृहस्पतिवार की रात को ईश्वर की दया से निर्विध्न संपन्न हुई।