जिनके हाथों में कानून की रक्षा करना हो अगर वही कानून को मज़ाक समझने लगे तो देश का भविष्य अच्छा नहीं होगा। हमेशा चर्चा में रहने वाली पंजाब पुलिस को एक और कारनामा सामने आया है। नोएडा से परिवार के साथ मनाली घूमने जा रहीं जिला रामपुर की पूर्व जुवेनाइल जज गायत्री शर्मा की कार को पुलिसकर्मियों ने खरड़ में रोक लिया।
पुलिसकर्मियों की ऐसी हरकतों से पूरे राज्य का नाम ख़राब होता है। हर कोई पुलिस वालों पर संदेह करने लगता है। पहले तो उन्हें चालान का डर दिखाया, बाद में 500 रुपये की रिश्वत लेकर उनकी हथेली पर नंबर 30 लिख दिया, और कहा कि जाओ अब पूरे पंजाब में किसी भी नाके पर आपका चालान नहीं कटेगा।
500 रुपये के लिए ईमान बेचने वाले और कानून का मजाक उड़ाने वाले पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्यवाई नहीं की जाती है इसलिए इनकी हिम्मत बढ़ती है। यह मामला खरड़ बस अड्डा फ्लाईओवर के पास का है। मामला मीडिया में आने के बाद अब खरड़ ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।
जाँच बस नाम की होती है उसमें सजा किसी को नहीं दी जाती है। इसलिए ऐसे पुलिस वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश के जिला रामपुर की पूर्व जुवेनाइल जज गायत्री शर्मा ने बताया कि वह अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से नोएडा से मनाली घूमने जा रही थीं। कार में ड्राइवर, पांच महीने की बच्ची समेत पांच लोग सवार थे। वह, उनकी बहू और पोती पिछली सीट पर जबकि बेटा शरद अगली सीट पर बैठा था।
इस तरह के मामले पहले भी काफी बार सामने आ चुके हैं। कोई कदम नहीं उठाया जाता। इस मामले अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे जब उनकी कार खरड़ बस अड्डा फ्लाईओवर के पास पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया और कागजात दिखाने को कहा था।