कुशल श्रमिकों की जरूरत फरीदाबाद, गुरुग्राम पानीपत को ले आईं यूपी, कारीगरों को वापस बुलाने के लिए भेजी टैक्सी
कोरोना वायरस के चलते देश भर में लागू हुए लॉक डाउन के पांचवे चरण और अनलॉक -9 का नौवां दिन हैं। हालाकि अनलॉक -1 में दी गई रियायतों से फरीदाबाद और गुरुग्राम जिला को वंचित रखने का फैसला लिया गया है, क्योंकि इन जिलों में मरीजों की संख्या बढ़ती हुई स्थिति से निपटने के लिए यहां लगाम लगाने की जरूरत ज्यादा दिखाई दे रही है।
सोमवार से है लगभग सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खोल दिया गया है वहीं क्षेत्रों में मॉल को खोलने की इजाजत नहीं थी लेकिन मंगलवार से उन्हें भी अनुमति दे दी गई है। ऐसे में व्यापारिक प्रतिष्ठानों को चलाने के लिए कुशल व प्रभावशाली श्रमिकों की जरूरत आन पड़ी है। इसलिए फरीदाबाद, गुरुग्राम और पानीपत में श्रमिकों को वापस लाने के लिए यूपी तक टैक्सी भेजी जा रही है।
सोनीपत के ढाबे की जरूरतों के लिए यूपी मे पहुंची गाड़ियां
लॉक डाउन के चलते कई मजदूर अपने अपने ग्रामीण चले गए थे क्योंकि उनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं था। अब जब होटलों को खोलने की अनुमति दी गई है, अब उन्हें वापस बुलाने के लिए यूपी में गाड़ियां भेजी जा रही है। मुरथल के एक ढाबे के मैंनेजर महेश का कहना है कि ज्यादातर कारीगर घर चले गए थे। अब सरकार ने ढाबा चलाने की मंजूरी दी है तो उन कारीगरों की लिस्ट तैयार की गई है। उन्हें वापस बुलाने के लिए टैक्सी भेजी जा रही है। ज्यादातर आने को तैयार हैं, जो नहीं आ रहा, उन्हें मनाया जा रहा है।
अभी ढाबों पर भीड़ कम है तो कम कारीगरों से फिलहाल काम चल रहा है। लेकिन आने वाले दिनों में जरूरत पड़ेगी। ऐसे में उन्हें एक-एक करके बुलाया जा रहा है। जो खुद आने में सक्षम है, उसे आने के लिए कहा जा रहा है, जिसे गाड़ी की जरूरत है, उसके लिए यहां से गाड़ियां भेजी जा रही हैं।
टैक्सी और प्लेन से वापस आएंगे कर्मचारी
गुड़गांव में एक खाना का सामान बनाने वाली कंपनी के मालिक अनिल जैन का कहना है कि उनके कारीगर यूपी और राजस्थान के बीकानेर चले गए थे। काम बंद था। अब काम शुरू हुआ तो बीकानेर से उन्हें बुलाया। उनके लिए प्लेन की टिकट बुक की। वे पहुंचे। इसके बाद काम शुरू हुआ।
टैक्सी भेजकर फरीदाबाद में होगी कर्मचारी की वापसी
फरीदाबाद में स्पेयर पार्टस बनाने वाली कंपनी के मालिक दिनेश शर्मा का कहना है कि लॉकडाउन में कोरना की वजह से उनके ज्यादातर श्रमिक घर चले गए थे। अब काम शुरू हुआ तो उन्हें कुशल श्रमिकों की जरूरत पड़ी। ऐसे में काम शुरू करने के लिए उन्होंने कुछ श्रमिकों को टैक्सी से यूपी से बुलवा लिया है बाकी के आने का इंतजाम भी किया जा रहा है।